काशी में वरुणा उफनाई, 30 हजार घरों पर संकट; महोबा में गांव डूबा, 48 घंटे में 13 मौतें

उत्तर प्रदेश में मानसून की रफ्तार ने हालात बिगाड़ दिए हैं। नदियों का जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है और कई इलाके जलमग्न हो गए हैं। वाराणसी में गंगा के साथ-साथ वरुणा नदी भी उफान पर है। वरुणा किनारे बसे इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। प्रशासन ने ऐसे करीब 30 हजार घरों को चिन्हित किया है जो डेंजर ज़ोन में आते हैं। यहां रह रहे लोग अभी से ही पलायन की तैयारी में जुट गए हैं।हमीरपुर में पिछले 24 घंटे से रुक-रुककर हो रही बारिश से शहर की सड़कें तालाब में तब्दील हो गई हैं और कई घरों में पानी घुस गया है। वहीं महोबा में नहर टूटने से सिजरी गांव पूरी तरह डूब गया है।


कई कच्चे मकान ढह गए हैं।प्रयागराज में गंगा और यमुना नदियां उफान पर हैं। तूफान की वजह से 200 नावें क्षतिग्रस्त हो गई हैं, जिनमें कुछ नदी में डूब भी गईं। यहां के 15 से अधिक मोहल्लों की लगभग 5 लाख की आबादी पानी से घिर गई है।वाराणसी में गंगा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से सिर्फ 1.56 मीटर नीचे है। लगातार बारिश से बाढ़ के हालात बनने लगे हैं।बांदा, महोबा और चित्तौड़गढ़ में बारिश और मकान गिरने की घटनाओं में अब तक 4 बच्चों समेत 6 लोगों की जान जा चुकी है। अगर पिछले 48 घंटे की बात करें तो प्रदेश भर में 13 लोगों की मौत हो चुकी है।

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