ज्योतिष विभाग, काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और माँ शारदा ज्योतिषधाम अनुसंधान संस्थान, इन्दौर के संयुक्त तत्वावधान मेंअंतर्राष्ट्रीय ज्योतिष एवं वास्तु सम्मेलन का उद्घाटन हुआ। उद्घाटन सत्र में देश-विदेश के सुप्रसिद्ध विद्वानों ने भाग लिया।सत्र की शुरुआत श्री उदयवीर पाण्डेय के मंगलाचरण और विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति से हुई। इसके बाद विभागीय आचार्यों ने अतिथियों का पुष्पमाला एवं उत्तरीय वस्त्र पहनाकर स्वागत किया।ज्योतिष विभागाध्यक्ष प्रो. शत्रुघ्न त्रिपाठी ने सम्मेलन के उद्देश्य और लक्ष्य स्पष्ट किए और अपने 'गदावली' और 'हृदयरोग का ज्योतिषशास्त्रीय निदान एवं उपचार' नामक पुस्तकों का लोकार्पण किया।मुख्य अतिथियों में डॉ. अरुण बंसल, पं. योगेन्द्र महेन्द्र, प्रो. चन्द्रमौली उपाध्याय, प्रो. रामचन्द्र पाण्डेय और कुलपति प्रो. विहारी लाल शर्मा शामिल रहे। उन्होंने ज्योतिष और वास्तु के समाजोपयोगी पहलुओं पर प्रकाश डाला और इसे जन-जन तक पहुँचाने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रथम सत्र में अध्यक्ष प्रो. चन्द्रमा पाण्डेय, मुख्य अतिथि प्रो. शिवप्रकाश सिंह और अन्य विद्वानों ने ज्योतिष के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसमें 20 शोधपत्र प्रस्तुत किए गए।द्वितीय सत्र में आयुर्वेद एवं मधुमेह विषय पर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें देशभर के विशेषज्ञ शामिल हुए।सम्मेलन का संचालन प्रो. विनय कुमार पाण्डेय, संयोजन श्री हीरेन्द्र शुक्ल और धन्यवाद ज्ञापन पं. दिनेश शर्मा ने किया। उद्घाटन सत्र सफल रहा और भारत व नेपाल, भूटान, सिंगापुर से 300 से अधिक विद्वान उपस्थित रहे।सम्मेलन में ज्योतिष एवं वास्तु के आधुनिक और पारंपरिक दृष्टिकोण पर चर्चा हुई, जिससे विद्वानों और छात्रों दोनों को महत्वपूर्ण ज्ञान प्राप्त हुआ।

