काशी तमिल संगमम् 2025 के प्रथम समूह का आज काशी में पारंपरिक और गरिमामय स्वागत किया गया। 2 दिसंबर को काशी विश्वनाथ धाम पहुंचने पर मंदिर प्रशासन ने पुष्प वर्षा और डमरू वादन की ध्वनि के बीच अतिथियों का स्वागत किया, जिससे समूह ने काशी की आध्यात्मिक और सांस्कृतिक ऊर्जा का गहरा अनुभव किया।स्वागत के बाद सभी सदस्यों ने बाबा विश्वनाथ के दर्शन-पूजन किए। दर्शन के उपरांत मंदिर अधिकारियों ने समूह को विश्वनाथ धाम के भव्य कॉरिडोर का भ्रमण कराया।
इस दौरान अतिथियों ने धाम के ऐतिहासिक महत्व, स्थापत्य कला, नवनिर्मित सुविधाओं और बढ़ती श्रद्धा-धारा के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त की।भ्रमण के बाद मंदिर द्वारा संचालित अन्नक्षेत्र में सभी अतिथियों के लिए भोजन की व्यवस्था की गई, जहां उन्होंने श्री विश्वेश्वर का प्रसाद ग्रहण किया। अन्नक्षेत्र की सेवा और आतिथ्य ने प्रतिनिधियों को काशी की परंपरागत अतिथि-भावना का गहरा अनुभव कराया।काशी तमिल संगमम् का यह प्रारंभिक दिवस काशी और तमिल परंपराओं के सांस्कृतिक, आध्यात्मिक और ऐतिहासिक संबंधों को और मजबूत करने वाला रहा। आने वाले दिनों में दोनों संस्कृतियों के इस अद्भुत संगम को कई और साझा अनुभव समृद्ध करेंगे।
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