विश्व की सबसे बड़ी छात्र संगठन अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने अपने 75 वर्षों की यात्रा को पूरा करते हुए सशक्त छात्र शक्ति निर्माण के साथ राष्ट्र पुनर्निर्माण में प्रयासरत है, इसी के निमित्त मंगलवार को आजादी के अमृत महोत्सव एवं शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर अभाविप वाराणसी महानगर के कार्यकर्ताओं द्वारा महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के गांधी अध्ययन सभागार मे भव्य शिक्षक सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी कुलपति, MGKVP, अभिलाष प्रांत संगठन मंत्री, ABVP, प्रो. सुचिता त्रिपाठी प्रांत अध्यक्ष, ABVP, डॉ ऊर्जस्विता सिंह महानगर अध्यक्ष, ABVP, अभय सिंह महानगर मंत्री, ABVP, डॉ राकेश तिवारी प्रांत सह कार्यवाहक, RSS व सैकड़ों की संख्या में पधारे शिक्षक गणों की उपस्थिति रही। प्रोफेसर सुचिता त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में "गुरू ब्रह्मा गुरू विष्णु, गुरु देवो महेश्वरा गुरु साक्षात परब्रह्म, तस्मै श्री गुरुवे नम:"श्लोक से शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दी व बताया अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने 75 वर्षों की यात्रा को संपूर्ण करने का जो कीर्तिमान रचा है इसमें शिक्षकों की असीम व अभूतपूर्व भूमिका रही है, शिक्षकों के मार्गदर्शन से ही अभाविप के सभी छात्र कार्यकर्ताओं ने 75 वर्षों से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद व देश को नई ऊंचाइयों पर ले गये हैं और उसे और सशक्त और मजबूत बनाने का काम किया हैं व करते रहेंगे। जिस तरह भारतीय गुरुकुल परंपरा से लेकर वर्तमान समय की शिक्षा पद्धति तक शिक्षकों ने छात्रों के जीवन की हर मार्ग पर मार्गदर्शन किया है उसी महान शिक्षकों के मार्गदर्शन से अमृत काल की इस शुभ घड़ी मे भारत की नई शिक्षा नीति धरातल पर सफल बनेगी।
इस अवसर पर अभय सिंह ने सभागार को उद्बोधित करते हुवे कहा कि शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका छात्र के जीवन में बाल आयु से युवा आयु व जीवनकाल के हर पथ पर होती हैं| शिक्षकों का मार्गदर्शन अमृत समान होता है जिसके उर्जा से छात्र का जीवन सफल होता है।
शिक्षक सम्मान समारोह के शुभ अवसर पर कुलपति प्रोफेसर आनंद कुमार त्यागी ने ABVP शिक्षकों और छात्र कार्यकर्ताओं के कर्मठ सेवा भाव, ABVP द्वारा अयोजीत सील टूर यात्रा से लेकर कोरोना काल में किए गए सेवा कार्यो व अमृत महोत्सव, G20 के निमित्त कार्यो व आयोजनों की भूरी भूरी सराहना की। इसी शुभ अवसर पर कुलपति जी के कर कमलों से अपने शिक्षण क्षेत्र में प्रतिष्ठित सैकड़ों शिक्षकों को ABVP द्वारा सम्मान पत्र देकर सम्मानित किया गया।