वाराणसी में प्रतिबंधित कोडीन वाले कफ सीरप की अवैध बिक्री का बड़ा मामला सामने आया है। दवा विभाग की जांच में पता चला कि रांची के दवा कारोबारी भोला जायसवाल और उनका बेटा शुभम मिलकर लगभग 89 लाख शीशियाँ कफ सीरप की खरीद-बिक्री करते थे। इस अवैध कारोबार की कीमत करीब 100 करोड़ रुपये बताई जा रही है।जांच के दौरान यह भी सामने आया कि यह कफ सीरप वाराणसी के कई मेडिकल स्टोर्स और थोक दवा व्यापारियों को बड़ी मात्रा में भेजा जाता था। इसी आधार पर पुलिस ने 28 दवा फर्मों और कारोबारियों के खिलाफ केस दर्ज किया है। कई फर्मों के पते नकली निकले और कुछ दुकानें पूरी तरह बंद मिलीं, जिससे पूरे नेटवर्क पर शक और गहरा गया है।
बताया जा रहा है कि मुख्य आरोपी शुभम देश से बाहर भाग चुका है और उसके खिलाफ लुक-आउट नोटिस जारी करने की प्रक्रिया चल रही है। विभाग का कहना है कि यह पूरा खेल एक संगठित नशीला रैकेट की तरह चल रहा था, जो युवाओं में नशे की समस्या को और बढ़ा सकता है।प्रशासन अब सभी दवा कारोबारियों के लाइसेंस और सप्लाई चेन की कड़ी जांच कर रहा है, ताकि ऐसे मामलों पर सख्त रोक लगाई जा सके।

