मुगलों ने हमारी संस्कृति पर हमला कर मिटाने के कई प्रयास किए। इतिहास गवा रहा है कि हमारी संस्कृति को किस तरह तोड़ा मरोड़ा गया है। छत्रपति वीर शिवाजी महाराज ने मुगलों के गुलामी को अस्वीकार करते हुए स्वतंत्रता और साम्राज्य स्थापना के संकल्प का बीज बोया। जाणता राजा महानाट्य का मंचन देखने पर इतिहास के दृश्य आंखों के सामने तैरते नजर आ रहे हैं। किस तरह विपरीत परिस्थितियों में भी वीर शिवाजी महाराज ने हिंदवी साम्राज्य की स्थापना कर स्वतंत्रता के संकल्प को जलाए रखा। गोरिल्ला शैली का युद्ध और जल सेना का गठन प्रथम बार वीर शिवाजी ने ही किया। इस महानाट्य को देखने आए हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों से आवाहन करूंगा कि आप सभी ऐसा संकल्प लेकर जाएं की वीर शिवाजी का भगवा झंडा कभी झुकने नहीं पाएगा। ये बातें उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर खेल मैदान में आयोजित जाणता राजा महानाट्य के मंचन में मुख्य अतिथि के तौर पर कही।
उप मुख्यमंत्री बृजेश पाठक ने नौजवानों से कहा कि काशी का रिश्ता वीर शिवाजी से आशीर्वाद का है। काशी के विद्वान वेद मूर्ति पंडित विशेश्वर भट्ट ने ही 6 जून 1674 को महाराज शिवाजी का राज्याभिषेक कर तिलक लगाया था। सेवा भारती के तत्वाधान में आयोजित इतने बड़े कार्यक्रम से निकली आवाज सिर्फ काशी ही नहीं अपितु पूरे प्रदेश को जगाने का कार्य करेगी। वीर शिवाजी महाराज के जीवन चरित्र पर आधारित महानाट्य जाणता राजा के मंचन के बीच उपस्थित विशाल जन समूह को राष्ट्र शपथ दिलाई गई। जाणता राजा महानाट्य का मंचन 21 नवंबर से 26 नवंबर तक काशी हिंदू विश्वविद्यालय के एमपी थियेटर मैदान में सेवा भारती के तत्वाधान में आयोजित किया जा रहा है।
मंचन के दूसरे दिन मिर्जापुर और भदोही जिले के लोगों ने हजारों की संख्या में पहुंचकर शिवाजी के जीवन पर आधारित नाटक को देखा और बीच-बीच में जय मां भवानी, हर हर महादेव जैसे गगन भेदी जयकारे गुजरते रहे। छत्रपति शिवाजी महाराज युग को फिर से जीवंत बनाने के लिए हाथी, ऊंट, घोड़े जैसे जानवरों को भी शामिल किया गया। नाटक में 250 से अधिक कलाकारों की स्टारकास्ट है। शानदार आतिशबाजी, 17वीं शताब्दी के दृश्यों का मनोरंजन, जिसमें शिवाजी महाराज के जन्म से पहले का युग, उनका जन्म, उनकी परीक्षण करने की शैली, अफजल खान की हत्या, आगरा से पलायन और रोमांचकारी राज्याभिषेक समारोह इस नाटक को शानदार बनाते हैं।जाणता राजा महानाट्य नाटक में मराठा योद्धा छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन के महत्वपूर्ण अध्यायों को चित्रित किया गया,