पुत्र की दीर्घायु की कामना के साथ महिलाओं ने गणेश चौथ पर रखा उपवास, बड़ा गणेश मंदिर में लगी लंबी कतार

गणेश चतुर्थी के पर्व पर लोहटिया स्थित बड़ा गणेश मंदिर में भोर से ही भक्तो का तांता लगा। बड़ी संख्या में जय जय कार के बीच पहुँचे भक्तों ने हाथों में माला फूल मिष्ठान का भोग लगाया । लोहटिया क्षेत्र मेले के स्वरूप में बदला जहां पर श्री गणेश की मुर्तिया काफी संख्या में भक्तों के द्वारा खरीदा जा रहा है। कबीरचौरा से ही लोगो को कतार लगाना पड़ा, इधर मैदागिन चौराहे से भी वाहनों को रोका गया पूरा मन्दिर क्षेत्र जय जय कार से गूंज उठा । साथ ही महिला व पुरुष पुलिस ने मोर्चा सम्भाला। मंदिर के पुजारी विजय दुबे ने इस पर्व के महत्व को बताया। 


बता दे कि हर साल संकष्टि चौथ माघ मास की चौथ को मनाया जाता है। इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु के लिए व्रत रखती हैं। यह निर्जला व्रत होता है और दिन में कथा सुनने के बाद रात को चांद को अर्घ्य देकर व्रत खोला जाता है। अनेकानेक कष्टों से मुक्ति दिलाने वाली संकष्टी गणेश चतुर्थी का व्रत संतानों को सभी आपदाओं से बचाने के लिए जाता है।



इस व्रत को सविधि संपन्न करने के लिए सभी मुहूर्त ग्रंथों के अनुसार एक ही नियम हैं कि चंद्रमा का उदय और चतुर्थी दोनों का संयोग होना चाहिए, अर्थात चंद्रमा को अर्घ्य तभी दिया जा सकता जब चतुर्थी तिथि में चंद्रोदय हो रहा हो और चन्द्रदेव अर्घ्य तभी स्वीकार करेंगे जब चतुर्थी तिथि विद्यमान हो दोनों एक दूसरे के पूरक हैं। चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है। इस दिन व्रत और पूजा-पाठ से भगवान गणेश जीवन में सभी तरह बाधाएं को दूर करते हैं। माघ महीने की सकट चौथ व्रत मुख्य रूप से महिलाएं संतान की लंबी आयु की कामना के लिए करती है। ऐसी मान्यता है इस दिन व्रत रखने से सभी तरह के संकट खत्म हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।







 

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