काशी में प्रधानमंत्री का हुआ भव्य स्वागत, पीएम ने संत शिरोमणि रविदास जी के दरबार में टेका मत्था, दी करोड़ों की सौगात

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अपने संसदीय क्षेत्र पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 'जय श्रीराम' व 'हर-हर महादेव' के घोष से काशीवासियों ने अभिनंदन किया। बाबतपुर एयरपोर्ट से बरेका मुख्य गेट तक जगह-जगह स्वागत में गुलाब की पंखुड़ियों की बारिश की। ढोल-नगाड़ा और बैंडबाजे पर लोग झूमते रहे। पीएम की कार में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी थे। काफिले ने 25 किमी की दूरी करीब 52 मिनट में पूरी की।

भाजपा की ओर से बने छह स्वागत प्वाइंट पर जनप्रतिनिधियों की अगुवाई में कार्यकर्ताओं और काशीवासियों ने  नारे लगाये। काशीवासियों के  प्यार और सत्कार से अभिभूत प्रधानमंत्री  भी हाथ हिलाकर लोगों को अभिवादन करते रहे। गुरुवार की रात्रि में पहुंचे अपने सांसद के स्वागत में काशीवासियों ने पलक पावड़े बिछा रखे थे। पीएम के दौरे वाले रूटों के अलावा प्रमुख चौराहों को फूलों व झालरों से सजाया। पीएम एयरपोर्ट पर अभिवादन स्वीकारने के बाद शहर के लिए बढ़े तो तिरंगी रोशनी, फूल-माला, बिजली की झालर स्वागत में जगमगा थे। काफिला बढ़ रहा था और सड़क किनारे, चौराहों-तिराहों पर मौजूद लोग 'हर-हर महादेव' 'जय श्रीराम' का घोष करते रहे।

प्रधानमंत्री का काफिला शहर की और रवाना हुआ तो कार्यकर्ताओं का जोश देखने को मिला। बाबतपुर से बीएलडब्लू तक छह स्थानों पर कार्यकर्ताओं ने पीएम पर खूब पुष्पवर्षा की। बाबतपुर पर 50 किलो, प्राइमरी स्कूल के पास 60 किलो, बाबतपुर मोड़ पर 150 किलो, अतुलानन्द स्कूल के पास व बनारस स्टेशन 50-50 किलो व बीएलडब्लू के पास सौ किलो पुष्पों की वर्षा की गई।बाबतपुर एयरपोर्ट से बरेका गेस्ट हाउस जाते वक्त पीएम नरेन्द्र मोदी का काफिला कुछ समय के लिए फुलवरिया फ्लाईओवर पर रुका। पीएम ने सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ गाड़ी से उतरकर पुल पर भ्रमण किया। इस दौरान निर्माण कार्य की गुणवत्ता देखी। वहीं सीएम से जानकारी ली।

वही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को तीन कार्यक्रमों में हिस्सा लिया और दो जनसभाएं की। विकास परियोजनाओं की सौगात देने के साथ ही आस्था के प्रमुख केंद्र सीर गोवर्धन में संत रविदास की प्रतिमा का अनावरण किया। अलग-अलग प्रतियोगिता के विजेताओं को सम्मानित भी किया।  पीएम मोदी शुक्रवार को बरेका गेस्ट हाउस से बीएचयू के स्वतंत्रता भवन निकले। सुबह 10 बजे ही सांसद ज्ञान प्रतियोगिता, संस्कृत प्रतियोगिता, फोटोग्राफी प्रतियोगिता के विजेताओं के साथ ही संस्कृत विद्यालय के छात्रों को पुरस्कृत किया। 

वाराणसी के संस्कृत छात्रों को किताब, ड्रेस, वाद्ययंत्र और छात्रवृत्ति का चेक दिया। काशी सांसद फोटोग्राफी प्रतियोगिता गैलरी को भी देखा।  यह कार्यक्रम सुबह 11 बजे तक चला। इसके बाद वे सीर गोवर्धन पहुचे। पीएम की सुरक्षा के मद्देनजर शुक्रवार की सुबह 9.30 बजे आम दर्शनार्थियों के लिए संत रविदास मंदिर में प्रवेश रोक दिया गया। इस दौरान मंदिर परिसर में मंदिर ट्रस्ट के पांच सदस्य और संत मंदिर परिसर में मौजूद थे। जनसभा स्थल में जाने के लिए आम लोगों को मुख्य गेट से चेकिंग के बाद प्रवेश मिला। भाजपा कार्यकर्ता और पदाधिकारी गेट नंबर दो से प्रवेश कर किया। उधर, प्रधानमंत्री के कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था का निरीक्षण करने के लिए पुलिस आयुक्त, जिला अधिकारी, एसपीजी की टीम के साथ कार्यक्रम स्थल पर पहले ही पहुंच गए थे। पीएम मोदी सड़क मार्ग से सुबह 11.10 बजे रविदास मंदिर पहुंचें। यहां संत श्री रविदास जयंती की 647वीं जयंती कार्यक्रम में शामिल हुए। उनके जन्मस्थली स्थित मंदिर में विधि विधान के साथ दर्शन पूजन किया। इस दौरान पीएम और कम सहित अन्य नेताओं ने अपने सर पर रुमाल बांधा। दर्शन-पूजन के बाद 25 फीट की ऊंची प्रतिमा का अनावरण करने के लिए कॉरिडोर पहुंचे और इसका अनावरण किया। प्रतिमा का अनावरण करने के बाद सत्संग मंच पर पहुंचेंगे। पीएम ने श्रद्धालुओं को संबोधित किया। मंदिर परिसर का भ्रमण भी किया। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सीर गोवर्धनपुर रविदास मंदिर पहुंचने के बाद मंदिर में गए हैं जहां पर मंदिर के ट्रस्टी खड़े थे उन्होंने प्रधानमंत्री का स्वागत किया जिसके बाद प्रधानमंत्री सीधे अपने वाहन से निकलने के बाद रविदास जी के मंदिर में जाकर दर्शन पूजन किया। दर्शन पूजन करने के बाद वापस निकाल कर सीधे सभा स्थल पहुंचे जहां पर लोगों को संबोधित किया। 

संत रविदास के 647वें प्रकाश पर्व पर पीएम मोदी ने आशीर्वाद की मुद्रा वाली 25 फीट आदमकद प्रतिमा का अनावरण किया। इसके साथ ही साथ संत रविदास जी से जुड़ी संग्रहालय का शिलान्यास भी किया ।  देश-विदेश से आए रैदासियों को संबोधित करते हुए उन्होंने बताया कि मेरी काशी आज मिनी पंजाब लग रही है। 

रविदास के पदचिन्हों पर चलते हुए कर्म को प्रधान मानता हूं देश आज हर तरफ विकास के मार्ग पर चल रहा है जो कभी रविदास जी की परिकल्पना हुआ करती थी। विकास के साथ-साथ योजनाओं का लाभ भी बिना जात-पात के भी लोगों को दिया जा रहा है जो रविदास जी ने अपने समय में करने का प्रयास किया था।  इतना ही नही पीएम ने यह भी बताया कि जाति-धर्म के नाम पर बांटने वाले इंडिया गठबंधन से लोगों को सचेत रहने की जरूरत है । इस बीच काफी संख्या में जुटी महिलाओं ने एक साथ शंखनाद पर प्रधानमंत्री का स्वागत किया।


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