अब तक के सबसे बड़े साइबर फ्रॉड को अंजाम देने वाले आठ शातिर अभियुक्त अपने सरगना के साथ हुए गिरफ्तार, शिक्षिका से 3 करोड़ 55 लाख की हुई थी धोखाधड़ी

फर्जी पुलिस व ट्राई अधिकारी बनकर गिरफ्तारी का डर दिखाकर 03 करोड़ 55 लाख की धोखाधड़ी करने के वाले 08 शातिर अभियुक्त अपने सरगना सहित गिरफ्तार हुआ, 05 अदद मोबाइल, चेक, एटीएम कार्ड सहित मुकदमे में संबन्धित 3.70 लाख नगद बरामद हुए। आवेदिका शम्पा रक्षित निवासी, सिगरा वाराणसी द्वारा सूचना दिया गया कि दिनांक 8/3/2024 को वादिनी के मोबाइल नंबर पर अज्ञात मोवाइल नंबर से काल आया कि वह टेलिकाम रेगुलेटरी अथारिटी से बोल रहा है और 2 घण्टे में वादिनी का फोन बंद हो जायेगा। अभी वादिनी के पास पुलिस का फोन आयेगा।

उसके तुरन्त बाद फोन आया वह अपने को विनय चौचे, विले पार्टी पुलिस स्टेशन महाराष्ट्र का होना बताकर एक दूसरा मोबाइल नंबर बताते हुए कहा कि आपने घाटकोपर से यह मोबाइल नंबर लिया है और इससे आप अवैध काम कर रही है तो वादिनी ने बताया कि यह मोबाइल नंबर मेरा नहीं है, तो उस पर उन्होंने बताया का आपके खिलाफ ओस्ट बारण्ट है, आपको विले पार्ले पुलिस स्टेशन आना पड़ेगा तो बादिनी कहा कि मैं मुम्बई में नहीं रहती हूँ, इसलिए नहीं आ सकती तो उन्होंने अपने सिनियर से बात करने की बोला और वादिनी से SKYPE APP डाउनलोड करवाया इसके बाद इनके सिनियर से बादिनी की बात होने लगी जिसके द्वारा बादिनी को अरेस्ट होने की धमकी देते हुए गिरफ्तारी का डर दिखाकर घर के अन्दर रहने तथा किसी को इसके सम्बन्ध में नहीं बताने हेतु बताकर वादिनी के परिवार का पुरा विवरण लिया गया और बादिनी के खाते का पुरा डिटेल चेक किया। इसके बाद उसने बादिनी को गिरफ्तारी का डर दिखाते हुए वादिनी के खातों में आये पैसो को जांच करने हेतु सारे पैसों तथाकथित RBI को खाते में डालने को बताया और आश्वासन दिया कि जांचोपरान्त वादिनी के पैसे वापस आ जायेगे तथा अरेस्ट नही होंगी। इस तरह वादिनी के साथ कुल 03 करोड़ 55 लाख का धोखाधड़ी कर लिया गया है, जिस पर थाना हाजा पर मु.अ.सं. 0035/2024 धारा 417, 420, 384, भा.द.वि. व 66 डी. आई.टी. एक्ट में मुकदमा पंजीकृत किया गया।उक्त प्रकरण के गंभीरता के दृष्टिगत पुलिस आयुक्त कमिश्ररेट वाराणसी मोहित अग्रवाल द्वारा आवश्यक निर्देश दिया गया था जिस पर पुलिस उपायुक्त (अपराध) चन्द्रकान्त मीना द्वारा घटना का सफल अनावरण हेतु तीन टीमों का गठन किया गया था। जिसके पश्चात् अपर पुलिस उपायुक्त (अपराध) टी. सरवणन व सहायक पुलिस आयुक्त (अपराध) गौरव कुमार द्वारा नेतृत्व करते हुए प्रभारी निरीक्षक साइबर क्राइम थाना विजय नारायण मिश्र की अगुवाई में साइबर क्राइम थाना बाराणसी टीम द्वारा तमामी इलेक्ट्रानिक विश्लेषण व सर्विलांस के उपरांत प्रकाश में आये इस मुकदमे से संबन्धित 08 अभियुक्तगण को गिरफ्तार कर नियमानुसार कार्यवाही की जा रही है।

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