काशी विश्वनाथ मंदिर में महाकुंभ 2025: विशेष आरती व पूजा की समय-सारणी जारी
महाशिवरात्रि के पावन अवसर पर बाबा विश्वनाथ के विशेष श्रृंगार के लिए इस बार कोलकाता से 20 लाख से अधिक मदार की मालाएं मंगाई जा रही हैं। इसको लेकर स्थानीय कारोबारियों ने ऑर्डर दे दिए हैं। इसके अलावा, भदोही, मिर्जापुर सहित कई जिलों से बेलपत्र, धतूरा, दुर्वा, कमल, अंगारी, बेर, सरसों के फूल और गेहूं की बालियां भी मंगवाई जाएंगी। इस दौरान पूर्वांचल के कई व्यापारी भी इन सामग्रियों की खरीदारी के लिए वाराणसी पहुंचेंगे
कोलकाता से मंगाई जाती है मदार की माला
महाशिवरात्रि के अवसर पर भगवान शिव को प्रिय मदार की माला की भारी मांग रहती है। चूंकि पूर्वांचल में मदार का फूल पर्याप्त मात्रा में नहीं उगता, इसलिए व्यापारी इसे कोलकाता से मंगाते हैं। स्थानीय व्यापारी फिरोज विश्वास और शिवम कुमार ने बताया कि वाराणसी में इस फूल की खपत अधिक होने के कारण दर्जनभर कारोबारी कोलकाता से इसकी आपूर्ति सुनिश्चित कर रहे हैं।
23 फरवरी से शुरू होगी स्टोरेज प्रक्रिया
व्यापारियों के अनुसार, 23 फरवरी से ही मदार की मालाओं को स्टोर करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस बार कोलकाता में मौसम मदार के फूलों के लिए अनुकूल रहा है, जिससे इसके दाम में अधिक वृद्धि की संभावना नहीं है। फिलहाल, मदार की एक माला 10 से 15 रुपये में मिल रही है, जबकि महाशिवरात्रि के दिन इसकी कीमत 20 से 25 रुपये तक पहुंच सकती है।
अन्य पूजन सामग्रियों की भी मांग बढ़ी
महाशिवरात्रि पर केवल मदार की माला ही नहीं, बल्कि बेलपत्र, धतूरा और दुर्वा की भी विशेष मांग होती है। ये पूजन सामग्री मुख्य रूप से भदोही और मिर्जापुर से लाई जाती है। इसके अलावा, छोटे गेंदे के फूलों की माला की भी खासी मांग रहती है।