स्वर्गीय डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पांडेय की स्मृति में आयोजित दो दिवसीय समारोह संपन्न हुआ। इस दिन डॉक्टर पांडेय की साहित्यिक रचनाओं पर चर्चा और व्याख्यान दिए गए। इसके अलावा उनकी याद में दिए जाने वाले सृजन शिखर सम्मान और युवा पुरस्कार से चुने गए रचनाकारों को सम्मानित और पुरस्कृत किया गया।कार्यक्रम के पहले सत्र में समकालीन ‘हिंदी उपन्यासों के गाँव’ पर अकादमिक चर्चा की गयी जिसकी अध्यक्षता प्रोफ़ेसर विजय बहादुर सिंह ने की । इस सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में गौरहरि दास और संजय अलंग शामिल हुए। वक्ताओं मे प्रोफ़ेसर अवधेश प्रधान, प्रभात मिश्र, रविनंदन सिंह, आदि ने हिंदी उपन्यासों के गाँव के संदर्भ में डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद पांडेय के उपन्यास ‘गाँव बेगाँव’ पर वक्तव्य दिए।
कार्यक्रम के समपूर्ती सत्र में पद्मभूषण वाई लक्ष्मी प्रसाद और समकालीन भारतीय साहित्य के सम्पादक बलराम को सृजन शिखर सम्मान से अलंकृत किया गया। उन्हें प्रशस्ति पत्र के साथ सम्मान राशि के तौर पर एक एक लाख रुपय की राशि प्रदान की गयी । पाँच युवा लेखकों डॉक्टर अनुज , स्वाति शर्मा, विशाखा, डॉक्टर लहरीराम मीणा, डॉक्टर अरविंद तिवारी को युवा सृजन शिखर पुरस्कार दिए गए। सभी पुरस्कृत युवाओं को प्रशस्ति पत्र और इक्कीस-इक्कीस हज़ार रुपय की राशि प्रदान की गयी। मुख्य अतिथि सदानंद शाही ने डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद के साथ पारिवारिक सम्बन्धों को याद किया। इस कार्यक्रम के आयोजक ‘नांदी सेवा न्यास’ के सचिव यशोरत्न ने कार्यक्रम में सम्मिलित हुए प्रबुद्ध जनों का आभार व्यक्त किया और इस आयोजन को लगातार जारी रखने का संकल्प लिया।