केंद्रीय विश्वविद्यालयों में पीएचडी प्रवेश परीक्षा सिर्फ अंग्रेजी माध्यम से कराने के निर्णय के खिलाफ बीएचयू के छात्रों ने गुरुवार शाम प्रतिकार मार्च निकालकर सिंहद्वार पर यूजीसी के चेयरमैन का पुतला फूंका। यूजीसी के अंर्तगत चार केंद्रीय विश्वविद्यालयों बीएचयू, जेएनयू, दिल्ली विश्वविद्यालय और बाबा भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश परीक्षा के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (एनटीए) की तरफ से नोटिफिकेशन जारी किया गया है। नोटिफिकेशन में प्रवेश परीक्षा सिर्फ अंग्रेजी माध्यम से कराने के फैसले पर बीएचयू के छात्रों ने विरोध दर्ज कराया है।
छात्रों ने कहा कि यह न सिर्फ हिंदी भाषा बल्कि हिंदीभाषी क्षेत्र के विद्यार्थियों की अनदेखी है। उन्होंने राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 का भी हवाला दिया जिसमें क्षेत्रीय भाषाओं को महत्व देने की सिफारिश की गई है। छात्रों ने सवाल किया कि हिन्दुस्तान में हिंदी भाषा के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है। सभी छात्र इसका पूरा विरोध करते हैं और यह मांग करते हैं कि इस फैसले को जल्द से जल्द वापस लिया जाए। विरोध प्रदर्शन में अभिषेक सिंह, शुभम तिवारी, अवनीन्द्र राय, ऋषभ सहित सैकड़ों छात्र शामिल रहे।