इसे मापने के लिए कई तरह के पैरामीटर सेट किए जाते हैं, वहीं किस देश के लोग कितना खुश रहते हैं और कितना दुखी रहते हैं इसे मापने के लिए भी हर साल की तरह इस साल भी वर्ल्ड हैप्पिनेस इंडेक्स की रिपोर्ट (World Happiness Report 2024) आ गई है और इस रिपोर्ट में फिनलैंड सबसे टॉप पर है। जी हां वही फिनलैंड जिस पर हाल ही में रूस ने परमाणु युद्ध की धमकी दी थी और इसकी सीमा पर बडे-बड़े टैंक सेना के साथ तैनात कर दिए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक फिनलैंड (Finland) के लोग सबसे ज्यादा खुश रहते हैं। रिपोर्ट में दुनिया के सबसे शक्तिशाली देश संयुक्त राज्य अमेरिका (USA) को 23वें नंबर पर रखा गया है। वहीं यूनाइडेट किंगडम यानी UK को 20वें नंबर पर रखा है। सबसे खास बात है कि फिनलैंड के बाद दूसरे नंबर पर डेनमार्क (Denmark) को रखा गया है। यानी डेनमार्क के लोग दुनिया में दूसरे सबसे ज्यादा खुश रहते हैं तो खुद को दुनिया का सबसे मजबूत देश बताता फिरता चीन (China) इस लिस्ट में 60वें नंबर पर है। इस रिपोर्ट में भारत को 126वें नंबर पर रखा गया (Indian In World Happiness Report) है जो यहां थोड़ी निराशा देती है। 126वें नंबर पर भारत के होने का मतलब ये है कि यहां के खुश नहीं बल्कि दुखी रहते हैं। 143 देशों की इस लिस्ट में सबसे नीचे यानी सबसे दुखी देश अफगानिस्तान (Afghanistan) है। इससे पहले युद्धग्रस्त लेबनान को 142वें नंबर पर रखा गया है। इस रिपोर्ट में एक चौंकाने वाला हिस्सा अफ्रीकी देशों को लेकर है।
वर्ल्ड हैप्पिनेस इंडेक्स की इस रिपोर्ट में अफ्रीकी देशों को निचले स्थानों पर रखा गया है। वहीं एशियाई देशों की बात करें तो भारत (India) का नंबर 126 वें स्थान पर है। वहीं पाकिस्तान का नंबर 108वें स्थान पर है यानी पाकिस्तान (Pakistan) भारत से ज्यादा खुश रहता है। तो श्रीलंका भारत के बाद 128वें नंबर पर है। इसके बाद 129वें नंबर पर बांग्लादेश है। रूस, यूक्रेन, इजरायल, फिलिस्तीन इन दिनों युद्ध की आग में धधक रहे हैं। इन देशों का हैप्पिनेस आपको चौंका कर रख देगा। इजरायल को इस रिपोर्ट में 5वां नंबर मिला है। गाज़ा (Gaza) में 4 महीनों से युद्ध कर रहा इजरायल (Israel) दुनिया के 5वें सबसे ज्यादा खुश रहने वाले देशों में है। यानी युद्ध के बावजूद इजरायल के लोग सबसे ज्यादा खुश रहते हैं। इसके बाद फिलिस्तीन की बात करें तो इस रिपोर्ट में इसे 103वें नंबर पर रखा गया है। यानी वहां के लोग खुश नहीं बल्कि दुखी हैं। वहीं यूक्रेन (Ukraine) को 143 देशों की इस रिपोर्ट में 105वें नंबर पर रखा गया है यानी वहां के लोग भी दुखी हैं। वहीं रूस (Russia) को इस रिपोर्ट में 79वें नंबर पर रखा गया है यानी वहां के लोग खुश हैं तो आधे दुखी हैं।