आज नवरात्रि का छठा दिन है, जो मां दुर्गा के छठे स्वरूप देवी कात्यायनी को समर्पित है। वाराणसी के सिंधिया घाट स्थित मां कात्यायनी देवी के मंदिर में आज भव्य पूजा-अर्चना का आयोजन किया गया। भोर होते ही श्रद्धालुओं ने मां कात्यायनी का शृंगार देखा और मंगला आरती के बाद दर्शन-पूजन के लिए मंदिर के पट खोले गए। सुबह से ही भक्तों की लंबी कतारें मंदिर के बाहर लगी रहीं, और दर्शन का सिलसिला देर रात तक जारी रहेगा।
महंत शिव शंकर मिश्र ने बताया कि मां कात्यायनी के दर्शन से श्रद्धालुओं की मनोकामनाएं पूरी होती हैं। विशेष रूप से, उन्होंने कहा कि दही और हल्दी का लेपन करने से कुंवारी कन्याओं और लड़कों के विवाह की इच्छा शीघ्र पूरी हो जाती है।
कात्यायन ऋषि ने मां से वरदान मांगा था कि वे उनके कुल में पुत्री के रूप में जन्म लें। इसी कारण देवी का नाम कात्यायनी पड़ा।