सारनाथ की रहने वाली टूरिस्ट गाइड और शिक्षका ज्योति चौबे से ऑनलाइन इन्वेस्टमेंट के नाम पर 28 लाख की ठगी का मामला सामने आया है। पहले ठगों ने शिक्षिका को इन्वेस्टमेंट के कई सारे फायदे बताए और रिटर्न में 1 करोड़ से अधिक का फायदा होने का जाल बिछाया। सच्चाई का पता लगने के बाद शिक्षिका ने सोमवार को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया। अधिकारियों के अनुसार बताया जा रहा है कि शिक्षका के मोबाइल पर ठगों के कॉल आते थे। 10 जुलाई को शिक्षिका के मोबाइल पर फोन आया। फोन पर बात कर रहे व्यक्ति ने बताया कि वह ब्लैकरॉक कंपनी का सीनियर असिस्टेंट आदित्य शर्मा बोल रहा है। प्रॉफिट के नाम पर बार-बार उन्हें इन्वेस्टमेंट करने का दबाव डाला गया और उनके फोन पर खुद को कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर बताने वाले सुनील अग्रवाल ने कॉल करके विश्वास दिलाया। इक्विटी मार्केट ग्रोथ और शेयर मार्केट में फायदे के नाम पर महिला को पैसे इन्वेस्ट करने के लिए राजी किया गया। महिला ने आरटीजीएस और आईएमपीएस के जरिए 28 लाख से अधिक पैसे ट्रांसफर किए।
कंपनी के अधिकारी के नाम पर कई सारे लोग शिक्षिका को कॉल करके उनसे अक्सर संपर्क किया करते थे। इस दौरान महिला के रिटर्न मांगने के नाम पर बार-बार कंपनी अधिकारी ने बहने दिए कि कंपनी पैसे को इन्वेस्ट कर चुकी है और एक टारगेट कंप्लीट होने के बाद उन्हें प्रॉफिट और इन्वेस्टमेंट वापस मिल जाएगा। बार-बार पूछने पर डॉक्यूमेंट प्रक्रिया में है ऐसे बहाने बनाते थे। शिक्षिका को शक होने पर जब उसने गूगल सर्च किया तो वह हैरान रह गई। मालूम चला कि यह सारे नाम फर्जी है और मैनेजिंग डायरेक्टर ने फर्जी सॉफ्टवेयर बनाया था। सच्चाई पता लगने के बाद के बाद महिला ने रिपोर्ट लिखवाई।