भारतीय रेलवे की अग्रणी लोको उत्पादन इकाई, बनारस रेल इंजन कारखाना अपनी उत्कृष्ट रेल इंजनो के उत्पादन क्षमताओं और सुरक्षा मानकों के लिए प्रसिद्ध है। यह एक प्रतिबंधित क्षेत्र है, जहां भारतीय रेल, गैर रेलवे ग्राहक एवं निर्यात के लिए रेल इंजनों का निर्माण किया जाता है। सुरक्षा की दृष्टि से यह अत्यंत संवेदनशील परिसर है, जिसे किसी भी अनाधिकृत गतिविधि से मुक्त रखना आवश्यक है।
हाल ही में, बनारस रेल इंजन कारखाना के मुख्य पूर्वी प्रवेश द्वार के सामने स्थानीय व्यक्ति विजय कुमार मौर्या द्वारा बरेका की दीवार तोड़कर अस्थायी मार्ग बना लिया गया था। इसके साथ ही, अन्य स्थानीय व्यक्तियों द्वारा भी अनाधिकृत रूप से बसावट कर, चूल्हा-चौका जलाकर तथा कूड़ा-कचरा फेंककर बरेका की भूमि पर अतिक्रमण किया जा रहा था। इतना ही नहीं, बरेका परिसर के इस क्षेत्र में कार एवं बसों की अवैध पार्किंग भी की जा रही थी, जिससे वर्कशॉप गेट के सामने सुरक्षा संबंधी खतरा उत्पन्न हो गया था।
बरेका प्रशासन ने इस स्थिति का संज्ञान लेते हुए सख्त कार्रवाई की और अतिक्रमण हटाकर दीवार का पुनर्निर्माण कार्य आरंभ कर दिया। यह कदम बरेका परिसर की सुरक्षा को और अधिक मजबूत करने एवं असमाजिक गतिविधियों पर रोक लगाने के उद्देश्य से उठाया गया है।
सुरक्षा व्यवस्था को और सुदृढ़ करने के प्रयास
बरेका परिसर में प्रायः गणमान्य व्यक्तियों (वी.वी.आई.पी.) का आगमन एवं प्रवास होता रहता है, जिससे सुरक्षा की महत्वपूर्ण आवश्यकता बनी रहती है। इस कारण, पूरे बरेका परिसर को पहले से ही चहारदीवारी से सुरक्षित किया गया है और अधिकृत प्रवेश द्वारों पर रेल सुरक्षा बल (RPF) के जवानों की तैनाती की गई है।
हालांकि, परिसर में कुछ अनाधिकृत मार्ग (openings) भी देखे गए हैं, जो सुरक्षा के लिए बड़ी चुनौती बन सकते हैं। इन अनाधिकृत मार्गों से असामाजिक तत्वों का प्रवेश संभव हो सकता है, जिससे सुरक्षा संबंधी खतरे उत्पन्न हो सकते हैं। इसे ध्यान में रखते हुए, बरेका प्रशासन द्वारा इन अनाधिकृत मार्गों को बंद करने की कार्रवाई की जा रही है, ताकि परिसर की सुरक्षा को और अधिक मजबूत किया जा सके।
बरेका प्रशासन सभी नागरिकों एवं कर्मचारियों से अपील करता है, कि वे रेलवे परिसर की सुरक्षा बनाए रखने में सहयोग करें। अनाधिकृत प्रवेश या अतिक्रमण जैसी गतिविधियों से बचें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत प्रशासन या बरेका रेल सुरक्षा बल (RPF) को दें।