वाराणसी पहुंचे सुभासपा राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने स्वामी प्रसाद मौर्या को नासमझ बताया। रामचरित मानस को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्या के विवादित बयानबाजी पर राजभर ने कहा कि जब वह बसपा की सरकार में थे, तब क्यों नहीं रामचरित मानस की वह चौपाई याद आई। जब स्वामी प्रसाद सत्ता में रहे तो न महिलाओं का अपमान समझे और न ही पिछड़ों का।ओपी राजभर ने कहा कि किसी मजहब या धर्म के खिलाफ कोई इस तरह की हरकत करता है, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। संविधान में सभी धर्म को अपने-अपने तरीके से मानने का अधिकार है। ओपी राजभर ने अखिलेश यादव को भी निशाने पर लेते हुए कि जब लोटन राम निषाद ने यही बात कही, तो उनको पार्टी से निकाल दिया गया। अब स्वामी प्रसाद मौर्या जब यही बात बोल रहे हैं, तो उन्हें क्यों नहीं पार्टी से बाहर निकाला जा रहा है।
तेरही और प्रीतिभोज में आए हैं राजभर
ओपी राजभर वाराणसी के मिर्जामुराद में निजी कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए थे। यहां से वह मिर्जापुर के लिए रवाना हो गए। ओपी राजभर आज तेरही के तीन कार्यक्रमों और शादी के प्रीतिभोज में शामिल होंगे। इसके बाद आज रात तक लखनऊ लौट जाएंगे। ओपी राजभर ने मोहन भागवत को भी घेरा। कहा कि देश में उन्हीं की सरकार है, कानून क्यों नहीं बना दे रहे हैं। डबल इंजन की सरकार जाति प्रमाण पत्र की व्यवस्था क्यों नहीं खत्म कर दे रही है।