प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विश्व पर गंगा की पावन धारा पर बसी काशी से देश को टीबी मुक्त करने के अभियान को गति दिया गया।
यह अभियान '2025' तक पूरे देश को 'टीबी मुक्त' करने में शामिल हुआ है। वाराणसी का सिग्नस लक्ष्मी अस्पताल पूर्वी उत्तर प्रदेश के विभिन्न तहसील एवं शहरों में टीबी रोग की स्क्रीनिंग, चेक-अप और उपचार को ध्यान में रखते हुए सेहत चौपाल शिविर का आयोजन किया जा रहा है। जहां सिग्नस लक्ष्मी अस्पताल के विशेषज्ञ चिकित्सक दल उपस्थित रहेंगे। सेहत चौपाल कार्यकम पूरे साल भर जारी रहेगा। सिग्नस लक्ष्मी अस्पताल वाराणसी तथा पूरे पूर्वांचल के स्वास्थ्य सेवा का एक अहम हिस्सा बन चुका है। अत्याधुनिक मेडिकल टेक्नोलॉजी और उच्च योग्यता वाले डॉक्टरों के द्वारा हर जटिल बीमारी का इलाज संभव हो रहा है। सिग्नस लक्ष्मी अस्पताल का लक्ष्य है कि समाज के सभी वर्ग के लोगों को अपनी सामर्थय के अनुसार सटीक चिकित्सा की सुविधा मिले। इस अस्पताल में कार्डियो-थोरेसिक और वैस्कुलर सर्जरी (सीटीवीएस), कार्डियोलॉजी, न्यूरोसर्जरी, गैस्ट्रोएंटरोलॉजी, ऑर्थोपेडिक्स, ज्वाइंट रिप्लेसमेंट सर्जरी, लैप्रोस्कोपिक सर्जरी, इंटरनल मेडिसिन, नेफ्रोलॉजी, न्यूरोलॉजी, पीडियाट्रिक्स, गायनेकोलॉजी, यूरोलॉजी, कैंसर सर्जरी व ईएनटी आदि जैसे सभी प्रमुख क्षेत्रों में इलाज की सुविधा उपलब्ध है।साथ ही चौबीस घंटे खुले रहने वाले ट्रॉमा और क्रिटिकल केयर यूनिट, आईसीयू, एनआईसीयू, डायग्नोस्टिक लैब, फार्मेसी और एम्बुलेंस की सेवा भी मिलती है।
उजाला सिग्नस हेल्थ केयर के संस्थापक डॉ. शुचिन बजाज ने बताया हैं कि 80 फीसदी लोगों में टीबी फेफड़ों में पाई जाती है। जबकि 20 फ़ीसदी लोगों में टीबी शरीर के अन्य अंगों जैसे आंते, रीड की हड्डी, पसलियो में पानी भरना, मस्तिष्क में इंफेक्शन, गुर्दे में इन्फेक्शन में भी संक्रमण पाया जाता है। इसके अलावा महिलाओं में संतान हीनता का प्रमुख कारण भी टीबी है। इसमें एक गर्भाशय की नली ब्लॉक हो जाती है। सही समय पर उपचार और पूर्ण रूप से दवा लेने पर रोगी ठीक हो जाता है। यदि रोगी की अवस्था गंभीर होती है तो संक्रमित अंग की सर्जरी भी होती है। सबसे आवश्यक है कि मरीज को दवा का कोर्स बिना किसी गैप के पूरी लेनी चाहिए।
उजाला सिग्नस ग्रुप ऑफ हॉस्पिटल्स के चेयरमेन प्रोबाल घोषाल ने बताया कि टीबी रोग के उन्मूलन को लेकर नागरिकों में जागरूकता बढ़ानी बहुत जरूरी है और साथ ही कम खर्चों में टीबी रोग की जांज और इलाज की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि आम लोग नियमित रूप से इन सेवाओं का लाभ उठा सकें ।