डॉ सैमुअल हैनिमैन का 268 वां जन्मोत्सव धूमधाम से मनाया गया जिसमें शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ पी के मुखर्जी ने डॉ सैमुअल हैनिमैन के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि एलोपैथ में बीमारी होने पर इलाज़ किया जाता है उस बीमारी को रोका जाता है जबकि डॉ सैमुअल हैनिमैन के सिद्धांत के अनुसार बीमारी किस कारण से होती है उसकी खोज पहले की जाती है फ़िर दवा चलाई जाती है। वहीं भोजूबीर के प्रसिद्ध चिकित्सक डॉ अमरेश कुमार राय ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि होमोयोपैथ आज भी उसी पुरानी पद्वति पर चल रहा है जिसका नतीजा बीमारी को जड़ से समाप्त किया जाता है।
विश्व होम्योपैथ दिवस के अवसर पर आयोजित सम्मेलन में मुख्य अतिथि संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो हरे राम त्रिपाठी थे। विशिष्ठ अतिथि के तौर पर एमएएलसी हंसराज विश्वकर्मा, डॉ राहुल सिंह इत्यादि लोगों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मधु गोस्वामी ने गणेश वंदना से कार्यक्रम को आगे बढ़ाते हुए अतिथियों का स्वागत किया। इस अवसर पर शहर के वरिष्ठ चिकत्सक उपस्थित थे जिसमें प्रमुख रूप से डॉ पी के मुखर्जी, डॉ अमरेश कुमार राय, डॉ राकेश कुमार सिंह इत्यादि लोगों को माल्यार्पण व अंग वस्त्र तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर उन्हें सम्मानित किया गया।