डी. एस. रिसर्च सेंटर में मना डॉक्टर्स डे, आयोजित संगोष्ठी में कई चिकित्सकों ने की शिरकत

पूरे देश में आज डॉक्टर्स डे मनाया जा रहा है। इस वर्ष डॉक्‍टर्स डे की थीम  'Celebrating Resilience and Healing Hands' रखा गया था। ये थीम उन डॉक्टर्स के लिए रखी गई है जिन्होंने Covid महामारी के समय में हजारों लोगों की जान बचाई थी। वाराणसी में भी विभिन्न जगहों पर डाक्टर डे मनाया गया। वाराणसी के डी एस रिसर्च सेंटर में आज डॉक्टर डे के उपलक्ष में एक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। जिसमें वाराणसी के विभिन्न डाक्टरों ने हिस्सा लिया। इस संगोष्ठी में आयुर्वेद पद्धति से किस तरह से इलाज को और बेहतर किया जा सकता है इस पर विशेष चर्चा हुई । जिसमें बीएचयू के भी डॉक्टर शामिल हुए। डॉ रश्मि सिंह ने बताया कि अगर आपको कोई भी शारीरिक समस्या होती है तो आप शुरुआत में ही डॉक्टर को जरूर दिखाएं जिससे वह बीमारी बड़ी न हो पाये। उन्होंने कहा कि अगर आप आयुर्वेद पद्धति से इलाज कराते हैं तो बिना किसी इंफेक्शन के आप ठीक हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि अब आयुर्वेद पद्धति से कैंसर का भी इलाज हो रहा है और काफी मरीज इससे ठीक हो रहे हैं इसके लिए वह विभिन्न जागरूकता अभियान भी चला रहे हैं जिससे लोग आयुर्वेद पद्धति से इलाज कराकर बिना किसी इंफेक्शन और कम खर्च में अपने बीमारी को ठीक कर सके।

आयुर्वेद विभाग बीएचयू की पीएचडी रिसर्च स्कॉलर ज्योति सिंह ने कहा कि उन्होंने कहा कि डीएस रिसर्च सेंटर में आज एक संगोष्ठी बुलाई गई थी जहां जिले के विभिन्न डॉक्टरों ने हिस्सा लिया उन्होंने अपने विचार साझा किए इसके अलावा उन्होंने कहा कि कैंसर पर उनका खुद का रिसर्च है। उन्होंने कहा कि इस रिसर्च में पहले हम किसी जीव जंतु पर रिसर्च करते हैं और उसके बाद फिर उन रिसर्च को मनुष्य पर किया जाता है कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए बीएचयू में कई रिसर्च चल रहे हैं और कैंसर को जड़ से खत्म करने के लिए आयुर्वेद पद्धति में जल्द ही एक अच्छी दवा उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि अगर कोई भी बीमारी होती है तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए और फिर कोई दवा करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मरीज की स्थिति को देखकर ही हम मरीज को दवा देते हैं जिससे मरीज को जल्द से जल्द राहत मिले और उसकी जो बीमारी है वह समाप्त हो सके।

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