मौसम परिवर्तन के साथ आई फ्लू के मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। ऐसे में जरूरत है कि लोग आँखों के संक्रमण से बचने के लिए सावधानी बरतें। आई फ्लू से पीड़ित व्यक्ति या मरीज स्वयं डॉक्टर न बनें। अपने मन से न तो दवा खरीदें और ना ही आंखों में दवा डालें, यह खतरनाक हो सकता है।
ज्यादातर दवा स्टेरायड युक्त होती है जो आँखों को नुकसान पहुंचा सकती है। यहां तक कि आँखों की रोशनी भी जा सकती है। जहां तक हो सके पीड़ित को अपनी आँख साफ पानी से बार-बार धोते रहना चाहिए। पीड़ित को रूमाल, तौलिया के प्रति भी सतर्क रहना होगा ताकि उसका इस्तेमाल कोई और न कर सके। यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलता है। संक्रमण से बचाव के लिए जरूरी है कि संक्रमित व्यक्ति काले चश्में का उपयोग करे।
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