काशी हिंदू विश्वविद्यालय स्थित कला संकाय राधाकृष्णन सभागार के पास दीक्षांत समारोह मे पहनने वाली पगड़ी और साफा का अनादर किया जा रहा है। लगभग हजारों की संख्या में पगड़ी और साफा कूड़े की तरह फेंकी हुई है। खुले आसमान में होने के कारण धीरे-धीरे पगड़ी और साफा खराब हो रहा है। छात्रों ने इस तरह से फेंके गए पगड़ी और साफा को लेकर अपना आक्रोश व्यक्त किया है और प्रधानमंत्री मुख्यमंत्री सहित बीएचयू प्रशासन को भी अवगत कराने की बात कही है।
देव पांडे ने बताया कि दीक्षांत समारोह हो रहा था उस समय कला संकाय में पगड़ी और साफा के लिए बच्चे काफी दूर-दूर से आ रहे थे नहीं मिलने के कारण उदास होकर यहां से जा रहे थे छात्र-छात्राओं का सपना होता है कि वह पगड़ी और साफा पहन कर अपनी डिग्री ले। यह पगड़ी और साफा जिन बच्चों को दिया जाता है उनसे पैसा भी लिया जाता है। एक प्रकार की यह बीएचयू प्रशासन की घोर लापरवाही है। इसकी जहां तक निंदा किया जाए कम है। छात्रों ने आगे बताया कि जब दीक्षांत समारोह होने वाला था उससे पहले बच्चों को पगड़ी और साफा नहीं मिल रहा था जिसको लेकर हम लोगों ने बीएचयू सिंह द्वार पर धरना प्रदर्शन भी किया था परंतु उस समय यह कह कर छात्र छात्राओं को वापस कर दिया जा रहा था कि अभी हम लोगों के पास पगड़ी और साफ़ा उपलब्ध नहीं है। छात्रों ने कहा कि इस बात की शिकायत हम लोग उच्च स्तर पर करेंगे।