रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के लोगों ने विद्युत विभाग के एमडी से की मुलाकात

जनपद के रामनगर औद्योगिक क्षेत्र के उद्योग से जुड़े लोगो ने अपनी समस्या को लेकर सोमवार को पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के एमडी शंभू कुमार से मुलाकात किया। इस मौके पर उद्यमियों ने 11 मुख्य बिंदुओं पर एमडी का ध्यानाकर्षण करवाते हुए, अपने परेशानियों को बताया। इस मौके पर एमडी शंभू कुमार ने जल्द ही सभी समस्याओं पर विभागस्तर पर बैठक कर परेशानियों के निवारण और उद्यमियों के मांगों को पूरा करने का आश्वासन दिया। वही बैठक के पश्चात उद्यमियों ने भी बैठक को सकारात्मक बताया।
बैठक के दौरान मुख्य बिंदुओं पर वार्ता हुई...
1 : रामनगर औद्योगिक क्षेत्र फेज-2 में स्थित ३३ / ११ उपकेन्द्र की क्षमता वर्तमान में १० एम०वी०ए० है, जो काफी समय से अतिभारित चल रहा है जिसके कारण यहाँ के उद्यमियों को नया कनेक्शन नहीं मिल पा रहा है और न ही विधुत लोड बढ़ाया जा रहा है। इससे उद्योगों का विस्तार नहीं हो पा रहा है। अतः आपसे निवेदन है कि रामनगर औद्योगिक क्षेत्र फेज-2 स्थित ३३/११ केवी उपकेन्द्र में एक १० एम०वी०ए० का एक ट्रांसफार्मर तत्काल लगवाने हेतु सम्बंधित को निर्देशित किया जाए। 
2 : रामनगर औद्योगिक क्षेत्र फेज-१ स्थित में० सोना एग्रो को दिनाक 12.01.2023 का अधिशाषी अभियन्ता, चंदौली का पत्रांक संख्या 699 मिला, उक्त पत्र में उनके द्वारा वर्ष 2013-14 में विभाग को हुए वित्तीय क्षति 1.21 करोड़ को बचाने हेतु में सोना एग्रो के ऊपर गलत रू0 2,82,716/- का राजस्व निर्धारण किया गया है, जो कि सरासर गलत है। संलगन विवरण में जो आकडे चेकिंग के पूर्व पुराने मीटर के अनुसार विगत 3 माह के बिल के आधार पर उपयोग कि गई यूनिट 97441 और चेकिंग के पश्चात् उपभोक्ता के नये मीटर के अनुसार 3 माह के बिल के आधार पर उपभोग की गई यूनिट 105408 बताई गई है, और मात्र 3 माह आगे और पीछे के यूनिट को देखकर उपभोक्ता के ऊपर गलत राजस्व निर्धारित करना सरासर गलत व ईमानदार उपभोक्ता का अपमान है। उपभोक्ता द्वारा हमे ये बताया गया है, कि उनका पशु आहार के उत्पादन का कार्य है और हर वर्ष नवम्बर, दिसम्बर और जनवरी में उनके पशु आहार का मार्केट में माँग बढ़ जाता है। इसी को प्रमाणित करने के लिए साक्ष्य के रूप में २०१३ से लेकर २०२२ तक १० वर्ष के हर वर्ष का माहवार चार्ट संलगन कर भेजा गया है उक्त १० वर्षो चार्ट को देखने के उपरान्त ये स्पष्ट हो रहा है कि उपभोक्ता का कथन सत्य है।अतः कमेटी का गठन कर इसकी जाँच करवायी जाए। 
3 : रामनगर औद्योगिक क्षेत्र फेज-१ के उधमी श्री सिद्धार्थ पराशर एफ-4 को अचानक मार्च २०२२ में २५ लाख का अतिरिक्त बिल भेज दिया गया, जबकि उनके द्वारा हर माह बिल बराबर जमा किया जाता रहा है। विभाग द्वारा अनुरोध किया गया कि ये विभागीय त्रुटि हुई है कृपया किस्तों में इसे जमा कर देवे इसपर कोई ब्याज नहीं लगेगा, उपभोक्ता द्वारा हर माह क़िस्त की राशी जमा की जा रही है, परन्तु वादे के खिलाफ हर माह उक्त धनराशी पर ब्याज भी लगता जा रहा है, जबकि उपभोक्ता का इसमें कोई दोष नहीं है, उसे अचानक इतनी बड़ी धनराशी का बिल दिया गया है। अतः महोदय से निवेदन है कि उक्त की जाँच करवा कर सम्बंधित पर कार्यवाही करते हुए उपभोक्ता पर ब्याज माफ़ करने का कष्ट करे जिससे उपभोक्ता उक्त धनराशी को एक साथ जमा कर दे, और इस ब्याज से बच सके।
4 : रामनगर औद्योगिक क्षेत्र फेज-१ यूपीसीडा का औद्योगिक क्षेत्र है और यहाँ स्थित पॉवर हाउस की लागत यूपीसीडा द्वारा यहाँ के उधमियो / आवंटियों से भूमि की लागत के साथ जोड़ कर लिया गया था, इसलिए इस पॉवर हाउस से विधुत कनेक्शन लेने का सबसे पहला अधिकार यूपीसीडा द्वारा आवंटित भूस्वामी / औद्योगिक क्षेत्र के अंदर के उधमियों का होता है। इस अधिकार से यूपीसीडा द्वारा आवंटित भूस्वामी को वंचित नहीं किया जा सकता है। परन्तु इधर बीच औद्योगिक क्षेत्र फेज-१ के यूपीसीडा द्वारा आवंटित भूस्वामी / उधमियों को नया कनेक्शन न जारी किया जा रहा है और न ही उनका लोड वृद्धि किया जा रहा है । औद्योगिक क्षेत्र के अन्दर के उधमियो को विधुत कनेक्शन प्राथमिकता के आधार पर देने व लोड बढ़ाने हेतु निर्देशित किया जाए। 


5 : प्रकाश आयरन वर्क्स ने अपना विद्युत लोड ४८ केवीए से बढाकर १२५ केवीए करने का ऑनलाइन आवेदन किया है, उक्त फर्म अपनी मशीनो को विदेशो में निर्यात करती है व साथ में प्रदेश सरकार के सिचाई विभाग के जल जीवन योजना के तहत मशीनों को लगभग आधे प्रदेश में आपूर्ति करती है, समय सीमा में आपूर्ति हेतु लोड का बढ़ना अत्यंत आवश्यक है।
6 : औद्योगिक क्षेत्र फेज 2 के भगवती एग्रो इंडस्ट्रीज के स्वामी अभिषेक बंसल जी ने युपिसीडा से भूखंड अक्टूबर 22 में लिया था और ९ फ़रवरी में २७५ केवीए का विधुत कनेक्शन हेतू ऑनलाइन अप्लाई किया था. कनेक्शन अभी तक जारी नहीं हुआ, जिससे उद्योग नहीं लग पा रहा है, दूसरी तरफ युपिसिडा द्वारा उद्योग चालू करने हेतु मात्र एक वर्ष का समय दिया जाता है नहीं तो पेनालटी का प्राविधान है।
8 : फेज-2 के ब्रिजेक्स इंजीनियरिंग वर्क्स के स्वामी विनम्र अग्रवाल ने अपने ७२ केविए के लोड को बढ़ा कर १६० केविए करने का आवेदन 2 बार दिया, परन्तु अभी तक लोड में वृद्धि नहीं हुई है।
9 : फेज-2 स्थित फर्म सुधा इंडस्ट्रीज के स्वामी राम सिंह का 30 केविए का लोड है, जिसे बढ़ा कर 100 केवी करना चाहते है, ऐसे ही तमाम उधमी अपने विधुत लोड को बढ़ाना चाहते है।
10 : औद्योगिक क्षेत्र फेज 2 के श्याम मिल्स के स्वामी करुण पाण्डेय जी ने ०४.१२.२२ को ६०० केवीए का विधुत कनेक्शन हेतु ऑनलाइन अप्लाई किया था, व आवेदन का धनराशी १९८०० रुपया भी जमा कर दिया था पर कनेक्शन अभी तक जारी नहीं हुआ, जिससे उद्योग नहीं लग पा रहा है. फर्म स्वामी ने उद्योग हेतु बैंक से लोन लिया है जिसका प्रति माह 5 लाख का ब्याज लग रहा है व कर्मचारियों का प्रति माह 3 लाख वेतन भी जा रहा है। बैंक ब्याज व वेतन से सम्बंधित दस्तावेज संलगन है, अतः ६०० केवीए का कनेक्शन तत्काल जारी करवाने हेतु सम्बंधित को निर्देशित किया जाए। 
11 : मेसर्स मीनार इंडस्ट्रीज लिमिटेड का लोड ८०० केवीए का है, वे अपनी दूसरी फर्म मीनार पोली डाईंग यार्न लिमिटेड के नाम इस कनेक्शन को ट्रान्सफर करना चाहते है, जो कि उसी कैम्पस में है और उसके सभी डायरेक्टर भी वही है। अतः मामले में उचित कार्यवाही हेतु निर्देशित किया जाए।

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