काशी हिंदू विश्वविद्यालय में शताब्दी भवन में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ काशी दक्षिण भाग की ओर से रक्षाबंधन उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचार टोली के सदस्य मुकुल कानितकर ने कहा कि रक्षा का अर्थ है रखना। जब संस्कृति को आचरण में रखा जाएगा तब वह सुरक्षित रहेगी। रक्षाबंधन राष्ट्र की, समाज की, धर्म की रक्षा का बंधन है। वर्तमान में शत्रुओं से राष्ट्र रक्षा का सामूहिक संकल्प लेना रक्षाबंधन है। मुकुल कानिटकर ने कहा कि भारत में शत्रुओं की पहचान करना आवश्यक है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि काशी हिंदू विश्वविद्यालय आयुर्वेद संकाय प्रमुख प्रो. प्रदीप कुमार गोस्वामी ने कहा कि व्यावहारिक रूप से ऋतु परिवर्तन पर मौसम के अनुकूल व्यवहार करने हेतु उत्सवों का आयोजन होता है समरसता और स्नेह का पर्व रक्षाबंधन है।इस अवसर पर सह प्रांत कार्यवाह डा. राकेश, अवध प्रांत बौद्धिक प्रमुख सुनील, काशी विभाग कार्यवाह अरुण, विभाग प्रचारक नितिन, भाग प्रचारक विक्रांत समेत बड़ी संख्या में मातृशक्ति उपस्थित रही।