दो दिनों की वृद्धि के बाद गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया। इससे तटवर्ती इलाके के लोगों ने राहत की सांस ली। गंगा के जलस्तर में वृद्धि से घाटों की सीढ़ियां डूब गई थीं। वहीं आरती का स्थल भी बदलना पड़ा। गंगा का जलस्तर फिलहाल स्थिर है। फिर भी एनडीआरएफ व जल पुलिस नजर बनाए हुए है। गंगा के जलस्तर में पिछले दो दिनों से वृद्धि हो रही थी।
घाटों की सीढ़ियों पर पानी चढ़ गया। वहीं पानी में एक सेंटीमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से इजाफा हो रहा था। इससे लोग भयभीत हो गए थे। हालांकि अब जलस्तर स्थिर हो गया। दरअसल, पर्वतीय इलाकों में बारिश के चलते जलस्तर में वृद्धि हो रही है। वाराणसी में गंगा में चेतावनी बिंदु 70.262 मीटर और खतरे का बिंदु 71.262 मीटर है।