काशी हिंदू विश्वविद्यालय में पीएचडी प्रवेश में फैली अनियमितता के खिलाफ मंगलवार को भी परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर छात्रों का विरोध दूसरे दिन भी जारी रहा। छात्रों ने कार्यालय के बाहर जमकर नारेबाजी की। छात्रों को सोमवार कार्यालय के बाहर ही रोक दिया गया हैं जिसके बाद छात्र वहीं धरने पर बैठ गये। छात्र अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि छात्रों ने मिल कर अब तक 8 बार प्रदर्शन करते हुए 11 सूत्री मांगों से संबंधित ज्ञापन परीक्षा नियंत्रक को दे चुके है । परंतु अभी तक इस पर कोई कारवाई नहीं की गई है। पूरे भारत में पीएचडी प्रवेश भर्ती प्रक्रिया का अलग नियम है और बीएचयू विश्वविद्यालय का अलग है। आज हम लोगों के विरोध का दूसरा दिन हैं। कल रात में एक नोटिफिकेशन जारी हुआ लेकिन वह और भी गड़बड़ और छात्रों के समझ से परे हैं। परीक्षा नियंत्रक अभी तक मिलने नहीं आए हैं। अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन ने चुप्पी साध रखी है। छात्रों की मुख्य मांगो में
-डिपार्टमेंट द्वारा सही तरीके से सीट ना निकलना
-50 नंबर अकादमिक परफॉर्मेंस का नेट JRF स्कोर का सही फार्मूला नहीं अपनाया जाना
-आरक्षण रोस्टर सही तरीके से लागू नहीं किया जाना
-RET में भी JRF को अधिक नंबर दिया जाना
-सीट के सापेक्ष केवल 4 गुना अभ्यर्थियों को इंटरव्यू कालिंग का विरोध
-अफ़्लेटेड कॉलेज की सीट्स को नहीं निकाला जाना।
छात्रों का कहना है कि जब तक उनकी मांगे पूरी नहीं हो जाती तब तक वे लोग विरोध जारी रखेंगे ।