पड़ाव से रामनगर तक सड़क चौड़ीकरण के खिलाफ व्यापारी लामबंद हो गए हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बिना नोटिस दिए और बिना मुआवजा के तोड़फोड़ की जा रही है यह सरासर गलत है। रामनगर व्यापार मंडल अध्यक्ष राकेश जायसवाल ने कहा कि यह आंदोलन हम लोग दो माह से शांतिपूर्ण तरीके से चला रहे थे। हम लोग गिरफ्तार हुए उन्होंने आरोप लगाया कि उसी बीच प्रशासन ने एक मकान जबरजस्ती गिरा भी दिया। तब हम लोगों ने मजबूर होकर अन्य दलों से सहयोग मांगा हैं। उन्होंने कहा कि हम जान देंगे लेकिन जमीन नहीं देंगे। उन्होंने कहा कि आज हम सभी व्यापारियों से अपील कर रहे हैं कि आप लोग अपना मकान खुद से न तोड़ें ये प्रशासन की चाल है। व्यापारियों ने बैठक में कहा कि बिना मुआवजा दिए सरकार प्रशासन किसी का मकान नहीं तोड़ सकती हैं। उन्होंने चेतावनी दिया कि अब हम लोगों की मांग नहीं मानी गई तो हम लोग सड़क पर उतरेंगे।
वहीं इस मामले में पूर्व सपा सांसद राम किशून यादव ने कहा की इस मामले को लेकर मैं यहां के तत्कालीन विधायक और मंत्रियों से कई बार मिल चुका हूं इसके अलावा डीएम और कमिश्नर के पास भी जनता की आवाज को पहुंचाया हूं।सिद्धार्थ जयसवाल ने कहा कि आज रामनगर की अस्तित्व के साथ खिलवाड़ हो रहा हैं। यहां आम जनता डरी हुई हैं। उन्होंने कहा कि अब हमारे आंदोलन में महिलाएं भी आएंगे। सरकार अगर जमीन ले रही तो मुआवजा भी दे मुफ्त में हम अपनी जमीन किसी हालत में नहीं देंगे।