गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कराने व गोकशी बन्द करवाने हेतु वृंदावन से दिल्ली तक पंद्रह दिवसीय नंगे पांव पदयात्रा कर रहे ज्योतिष्पीठाधीश्वर जगदगुरु शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती को असि घाट पर हजारों लोगों ने शंकराचार्य जी महाराज के मीडिया प्रभारी सजंय पाण्डेय के नेतृत्व में गंगा पूजन,आरती व हनुमान चालीसा का पाठ कर पदयात्रा के तृतीय दिवस को अपना आत्मीय समर्थन प्रदान किया।उपस्थित लोगों के हाथों में एक पोस्टर था जिसपर गौ माता की जय लिखा था व शंकराचार्य जी सहित गौ माता की तस्वीर अंकित थी।
आरती स्थल पर आयोजित धर्मसभा को सम्बोधित करते हुये सजंय पाण्डेय ने कहा कि गोविंद भी गौ माता के रक्षा हेतु हर युग मे अवतार लेते हैं।गौ माता के अंदर 33 कोटि देवी देवता व समस्त तीर्थ विराजते हैं।गौ माता के दर्शन से 33 कोटि देवी देवता के दर्शन पूजन का फल प्राप्त होता है। गौ माता के रक्षार्थ ही ज्योतिष्पीठाधीश्वर अविमुक्तेश्वरानंद: सरस्वती महाराज सुख,नींद,चैन त्यागकर नंगे पांव कंकड़,पत्थर व कांटो पर चल रहे हैं और सौ करोड़ सनातनधर्मीयों के सर्वोच्च प्रतिनिधि के रूप में सरकार से गौमाता को राष्ट्रमाता घोषित कर गोकशी बंद कराने की माग सरकार से कर रहे हैं।धर्मसभा की अध्यक्षता पं बलराम मिश्रा ने की।