सुसुवाही वार्ड नं 39 के चंडिका मंदिर पर चल रही श्रीमद्भागवत कथा के पांचवे दिन कथावाचक अखिल दास जी महाराज कालरात्रि पीठाधीश्वर ने श्री कृष्ण जन्म और बाल लीला का बखान बड़े ही मनमोहक रूप में किया। जिससे वहां बैठी जनता भाव विभोर हो कर सुनते और ताली बजाती दिखी ।
वही मुख्य जजमान कृष्ण कुमार त्रिपाठी से बात करने पर उन्होंने बताया कि कथा का पांचवा दिन है,आज के प्रसंग में जितने भी दानव राक्षस धरती पर उस समय रहें, सभी का वध करने प्रभु श्री कृष्ण ने आज कथा के पांचवे दिन जन्म लिया है और अपने बाल्यावस्था से ही पूतना जैसी राक्षसी का वध किया। आज प्रभु अपने माता को भी रिझाते हैं और अपने लीला से सबका मन मोह लेते हैं। इसी कड़ी में सरिता मिश्रा से बात करने पर उन्होंने बताया कि सुसुवाही की मां चंडिका देवी माता के मंदिर में श्रीमद्भागवत की कथा चल रही है जिसका पांचवा दिवस है। पांचवा दिवस के अवसर पर गुरुदेव ने प्रभु के बाल लीला का बहुत ही सुंदर वर्णन किया है। यह भागवत कथा 7 दिन चलेगी। यहाँ रोज प्रसाद का वितरण होता है आठवें दिन महाभंडारे का भी आयोजन किया गया है।
इस पूरे कार्यक्रम को सफल बनाने में दिवाकर राय का भी पूरा सहयोग मिला है। क्षेत्रीय जनता भी इसमें पूरा सहयोग कर रही है, जिससे यह भव्य कथा और भी भव्य हो रही है कथा में प्रतिदिन सैकड़ो की संख्या में लोग आकर कथा श्रवण कर अपने को धन्य मान रहे हैं।