कुवैत अग्निकांड में वाराणसी के प्रवीण माधव सिंह की हुई मौत, अंतिम संस्कार हेतु लाया जा रहा शव

वाराणसी के प्रवीण माधव सिंह (36) समेत गोरखपुर के दो लोगों जयराम गुप्ता (गोरखपुर) और अंगद गुप्ता (गोरखपुर) की कुवैत की एक बिल्डिंग में जलकर मौत हो गई। गुरुवार रात जानकारी मिलने पर योगी सरकार ने कुवैत में कार्यरत डिप्लोमेट्स से संपर्क साधा है।

अब प्रवीण का शव आज वाराणसी के शिवपुर स्थित उनके आवास पर पहुंचेगा। भारतीय सेना का विमान हरक्यूलिस उन्हें लेकर आज केरल के कोच्चि के लिए निकल चुका है। वहां से विशेष विमान से वाराणसी लाया जाएगा।परिजनों ने बताया कि प्रवीण 10 साल पहले वाराणसी से कुवैत सिटी में जाकर बस गए थे। वहीं पर नौकरी करते थे। बीच-बीच में वाराणसी भी आते थे। बुधवार की सुबह करीब साढ़े 4 बजे जब सो रहे थे, तभी आग और धुआं तेजी से फैलने लगा। वहीं प्रवीण का दम घुटने से मौत हो गई। कुवैत के मंगाफ शहर की 6 मंजिला इमारत में बुधवार को आग लगने से 49 लोगों और मजदूरों की मौत हो गई। 50 से ज्यादा लोग घायल हुए। भारत के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, मरने वालों में 45 भारतीय हैं। इसमें यूपी के 3 लोगों की पुष्टि हुई। वहीं, सबसे ज्यादा 23 केरल के हैं।

मूल तौर पर गाजीपुर के हैं प्रवीण

प्रवीण माधव सिंह शिवपुर थाना के छतरीपुर इलाके की मां गायत्री धाम कॉलोनी के रहने वाले थे। प्रवीण मूल तौर पर गाजीपुर के रहने वाले थे। प्रवीण के परिजनों ने बताया कि वो करीब 10 साल से कुवैत में ही सेल्स कोआर्डिनेटर के पद पर नौकरी कर रहे थे। पिता जय प्रकाश नारायण ने बताया कि बुधवार की भोर में जब प्रवीण सो रहे थे, तभी ये आग लगी। पूरी बिल्डिंग में धुआं-धुआं फैल गया। कई लोग दम घुटने से मर गए।

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