करौंदी महिला पॉलिटेक्निक के पास नगर निगम के अधिकारी मय फोर्स जब पहुंचे तो वहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया।लोग तरह-तरह की बातें करने लगे और स्थानीय लोगों ने नगर निगम अधिकारियों पर आरोप भी लगाया। वहीं नगर निगम के अधिकारियों ने बताया कि यहां हम लोगों की जमीन है और स्थानीय लोग उस पर काबिज हो रहे हैं उसी को छुड़ाने हम लोग आए हुए हैं।वहीं लेखपाल विनय कुमार पांडे ने बताया कि 1561 बंजर जमीन है जिस पर फर्जी तरीके से इन लोगों ने अपना नाम चढ़वा कर क्रय किया है, खतौनी में लोगों का नाम नहीं है, जब तक खतौनी में इन लोगों का नाम नहीं आएगा तब तक यह जमीन उनकी नहीं होगी। जो भी रजिस्ट्री इन लोगों का हुआ है वह टोटल गलत हुआ है इस जमीन पर हाई कोर्ट में मुकदमा भी दायर है। इस बाउंड्री को 2012 में ही तोड़ने का आदेश मिला था पर विवाद होने के कारण यह अभी तक तोड़ा नहीं जा सका है।
नगर निगम के दूसरे अधिकारियों से बात करने पर उन्होंने बताया कि अभी तक सीमांकन नहीं हो पाया है और यह नगर निगम की संपत्ति है इस पर कोई निर्माण नहीं हो सकता है।वहीं भुक्तभोगी पवन कुमार मिश्रा ने बताया कि कुछ नगर निगम के कर्मचारी अवैध तरीके से हमारे कामों को रोक रहे हैं। यह लोग अपनी जमीन को बगैर नापे हमें अपने जमीन पर काम करने से मना कर रहे हैं। जिस रकबे में मेरा काम चल रहा है वहां और भी पुराने मकान बने हुए हैं परंतु वहां यह लोग कोई कार्रवाई नहीं कर रहे हैं।वहीं आगे बात करने पर उन्होंने बताया कि काम रोकने की बजाय यह अपनी नापी करवा ले जहां तक उनकी जमीन है यह उसको घेर ले।