वाराणसी के बड़े पैथोलॉजी करौली डायग्नोसिस पर कार्रवाई हुई है। फर्जी साइन से मरीजों को रिपोर्ट देने के मामले में एक्शन लिया है। लंका थाना में फर्जीवाड़ा और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हो गया है। साथ ही वाराणसी के सीएमओ ऑफिस पर भी मिलीभगत का आरोप लगा है। एडवोकेट अजय कुमार उपाध्याय की शिकायत पर FIR दर्ज की गई है।
पैथोलॉजी पर आरोप है कि डायग्नोस्टिक सेंटर के संचालक अपोलो हॉस्पिटल के पूर्व सीनियर रेडियोलॉजिस्ट डॉ. एस सेंथिल कुमार का फर्जी सिग्नेचर बनाकर जांच रिपोर्ट मरीज को देते है। जबकि डॉक्टर सेंथिल पिछले दो साल से विदेश में रह रहे हैं। वहीं पर अपनी सेवा दे रहे हैं।
देश छोड़ने से पहले CMO को दिया था लेटर
सेंथिल ने भारत छोड़ते समय वाराणसी के CMO को लिखित लेटर देकर सूचित किया कि वो भारत छोड़कर विदेश जा रहे हैं। सेंथिल ने बताया था कि वह कोई सेंटर नहीं चला रहे और न ही किसी सेंटर में काम करते हैं।
जांच सेंटर के MD के साथ मिलीभगत का आरोप
CMO कार्यालय पर करौली डायग्नोस्टिक सेंटर को मैनेजिंग डायरेक्टर से मिलीभगत का आरोप है। मुकदमा में मनमाने तरीके से करौली डायग्नोस्टिक सेंटर चलवाने की बात कही गई है। इसमें स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी के शामिल होने का आरोप लगाया गया है। मुकदमा करने वाले एडवोकेट अजय उपाध्याय ने कहा कि इस प्रकरण की जांच शासन स्तर से समिति गठित कर करनी होगी।