उत्तरी ककरमत्ता के मुसहर बस्ती की रहने वाली किशोरी किरण (15) अपने दोस्तों संग गांव के ही रेलवे लाइन के किनारे पोखरी में नहाने गई थी। किरण नहाते-नहाते गहरे पानी मे चली गई। साथ के बच्चों ने शोर मचाना शुरू किया तो वहीं चौरा माता मंदिर पर इकट्ठे कुछ युवक दौड़े।
पोखरी में कूदकर काफी मशक्कत के बाद किरण को निकाला। सूचना पाकर बरेका चौकी इंचार्ज सत्यम त्रिपाठी भी पहुंच गए। उन्होंने बरेका के केंद्रीय चिकित्सालय ले गए, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
किरण के मां की बचपन मे ही मौत हो गई थी। वह इकलौती थी। पिता नर्सरी के साथ पास के कब्रिस्तान में कब्र भी खोदने का काम करते हैं।
गांव का गंदा पानी जाता है पोखरी में
रविवार को जिस पोखरी में डूबने से किशोरी की मौत हुई उसमें गांव का गंदा पानी जाता है। पास में ही बरेका का कूड़ा डंपिंग क्षेत्र है। गर्मी में उसकी जेसीबी मशीन से खोदाई कराई गई थी।
आसपास के लोगों ने बताया कि इस पोखरी में कोई जाता नहीं है। यह बच्चियां तीन-चार दिन से पोखरी में जा रही थीं।