दरगाह फातमान सिगरा पर भारत रत्न उस्ताद बिस्मिल्लाह खान साहब की 18 वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर उनके मकबरे पर व उनके कब्र पर कुरान दुआ ख्वानी कर फूल चढ़ाया गया।
कार्यक्रम संयोजक शकील अहमद जादूगर ने बताया आज ही के दिन 21 अगस्त 2006 को महान शहनाई वादक उस्ताद बिस्मिल्लाह खान दुनिया से रुखसत हो गए। उन्होंने कहा आज भी कैंट स्टेशन पर उनके नाम की प्रतिमा नहीं लगाई गई और 2006 में वाराणसी के कैंट स्टेशन पर ट्रेन आने पर शहनाई बजाई जाएगी यह वादा केंद्र सरकार ने किया था जो आज भी नहीं पूरा हो पाया। इस मौके पर उस्ताद बिस्मिल्लाह खान के पौत्र अफाक हैदर ने शहनाई बजाकर श्रद्धांजलि दी।
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