उत्तर प्रदेश सरकार ने सरकारी व प्राइवेट मेडिकल कॉलेजों से यूजी, पीजी या सुपर स्पेशलिटी कोर्सों की पढ़ाई बीच में ही छोड़ने वाले छात्रों को बड़ी राहत दी है। सरकार ने निर्णय लिया है कि सीट छोड़ने वाले छात्रों को अब इसके लिए जुर्माना नहीं देना होगा।
यह जानकारी उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने विधान परिषद में दी। ये फाइन अभी तक सरकारी मेडिकल कॉलेजों में पीजी कोर्सों के लिए 5 लाख रुपये तक था जबकि प्राइवेट मेडिकल कॉलेज संबंधित छात्र से पूरी फीस वापस लिए जाते थें। बता दें कि एमबीबीएस या बीडीएस करने वाला कोई छात्र अगर बीच में ही किसी कारणवश सीट छोड़ता है तो अभी तक उसे 1 लाख रुपये फाइन, एमडी या एमएस करने वालों को सीट छोड़ने पर 5 लाख रुपये और सुपर स्पेशियलिटी कोर्स डीएम या एमसीएच के छात्रों को बीच में सीट छोड़ने पर 1 लाख रुपये फाइन देना पड़ता था। अब इससे योगी सरकार ने छूट दे दी है। डायरेक्टर जनरल ऑफ मेडिकल एजुकेशन किंजल सिंह के इस प्रस्ताव पर योगी सरकार ने अपनी मंजुरी दी जिस वजह से अब छात्रों को ये फाइन नहीं देना होगा।