भगवान श्री कृष्ण के जन्म के ठीक 15 दिन बाद राधा रानी का जन्मदिवस मनाया जाता है. इस बार राधा अष्टमी बुधवार को मनाई l कथा व्यास पंडित प्रवीण पाण्डेय महाराज से बात करने पर उन्होंने बताया की ,मान्यता है कि राधा अष्टमी के व्रत के बिना जन्माष्टमी का व्रत पूर्ण नहीं माना जाता.
बता दें कि राधा अष्टमी का त्योहार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है. पंडित प्रवीण पाण्डेय महाराज ने आगे बताया की भगवान कृष्ण को प्रसन्न करने के लिए सबसे पहले राधा का नाम लेना चाहिए जिससे प्रभु बहुत जल्दी प्रसन्न हो जातें हैं।