प्रधानमंत्री के वाराणसी संसदीय क्षेत्र में हुई अमानवीय घटना ने पूरे शहर को झकझोर कर रख दिया। राजेंद्र गुप्ता, उनकी पत्नी, और उनके मासूम बच्चों सहित कुल पांच लोगों की निर्मम हत्या से एक पूरा परिवार खत्म कर दिया गया। इस जघन्य अपराध ने यह स्पष्ट कर दिया है कि अपराधियों के अंदर से कानून और व्यवस्था का डर समाप्त हो चुका है। वाराणसी समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हत्याओं की बेतहाशा बढ़ती घटनाएं राज्य की कमजोर कानून-व्यवस्था का प्रतीक बन चुकी हैं।
इस घटना के विरोध में रामनगर में कैंडल मार्च और श्रद्धांजलि कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसका नेतृत्व रामनगर के पूर्व नगर अध्यक्ष जितेंद्र यादव मलिक और बाबा साहब अंबेडकर वाहिनी के महानगर अध्यक्ष अमन यादव ने किया। कार्यक्रम के दौरान नागरिकों ने आक्रोश मार्च में भाग लिया और प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से तुरंत इस्तीफा देने की मांग की। इसके अलावा, उन्होंने अपराधियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई सुनिश्चित करने की अपील की।
कार्यकर्ताओं ने कहा कि हमारा मानना है कि इस संवेदनशील समय में सरकार को कठोर कदम उठाने होंगे ताकि नागरिकों में सुरक्षा का विश्वास बहाल हो सके। कार्यक्रम में मुख्य रूप से इस इजमामुल खान पिछड़ा वर्ग महानगर अध्यक्ष विवेक कहार सूरज सोनकर मानसिंह चौहान आनंद चौहान लव कुश साहनी अधिकार्यकर्ता उपस्थित रहे हैं।