देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की जयंती तथा आदिवासी अस्मिता के प्रतीक बिरसा मुंडा जी की जयंती के पूर्व संध्या पर एनएसयूआई बीएचयू इकाई ने बीएचयू स्थित मधुबन वाटिका में भाषण प्रतियोगिता का आयोजन कराया।
कार्यक्रम की शुरुआत पंडित नेहरू और बिरसा मुंडा जी के चित्र पर पुष्पांजलि के साथ हुई, इसके बाद छात्रों ने “नेहरू : आदिवासी, संसदीय लोकतंत्र और प्रतिपक्ष की भूमिका” विषय पर अपने विचार रखे।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में बीएचयू छात्रसंघ के पूर्व अध्यक्ष अनिल श्रीवास्तव जी ने अपने संबोधन में पंडित नेहरू तथा बिरसा मुंडा को याद करते हुए कहा कि छात्रों को अपने अधिकारों को समझते हुए विश्विद्यालय में मजबूती से अपनी बात रखनी चाहिए। छात्रों को संबोधित करते हुए यूपी काँग्रेस के प्रवक्ता संजीव सिंह ने नेहरू जी के आईडिया ऑफ इंडिया पर बात करते हुए वर्तमान नेताओं को सीख लेने की सलाह दी। बिरसा मुंडा द्वारा सामंतवादी सोच के ख़िलाफ़ दिए गए सर्वोच्च बलिदान आज के युवाओं के लिए आदर्श हैं।
कार्यक्रम के समापन के दौरान सभी प्रतिभागियों को पार्टिसिपेशन सर्टिफिकेट दिया गया तथा विजेता प्रतिभागियों को किताब व सर्टिफिकेट दिया गया। कार्यक्रम का संचालन इकाई अध्यक्ष सुमन आंनद ने तथा धन्यवाद ज्ञापन मुरारी कुमार ने किया।
इस अवसर पर डॉ धनंजय सुग्गू, विनय शंकर राय 'मुन्ना', डॉ शशिकांत यादव, इंदु पांडे, अर्शिया खान, शांतनु सिंह, जय मौर्या, रेहान, अतुल, प्रियदर्शन मीना, रोज, पल, आयुष, अर्पिता, अंकिता, संध्या, साक्षी, स्मित, दीपक, मनीष, विशाल, शाहिद, केशव, मनीष गौतम , राणा रोहित, वंदना उपाध्याय, अभिनव मणि त्रिपाठी, कपीश्वर मिश्रा, राजीव नयन समेत सैकड़ों छात्र छात्राएं मौजूद थे।