काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में 10 और 11 जनवरी 2025 को छात्र अधिष्ठाता कार्यालय और राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के संयुक्त तत्वावधान में रक्तदान शिविर का आयोजन किया गया। इस शिविर में कुल 92 यूनिट रक्त संग्रहित किया गया। यह आयोजन विश्वविद्यालय परिसर में मानवीय सेवा और सामाजिक जागरूकता को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से किया गया।
मानवता की सेवा का श्रेष्ठ उदाहरण
सर्वेक्षणों के अनुसार, भारत में हर वर्ष 1.9 करोड़ यूनिट रक्त की आवश्यकता होती है, लेकिन इसमें 20% की कमी बनी रहती है। इसी आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए विश्वविद्यालय में यह पहल की गई। एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. स्वपना मीना ने रक्तदान को "मानवता की सेवा का सर्वोत्तम रूप" बताते हुए इसके महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि रक्तदान न केवल जरूरतमंदों का जीवन बचाता है, बल्कि यह समाज में सहयोग और सद्भावना को बढ़ावा देता है।