कालाष्टमी पर शिव स्वरूप में दर्शन देंगे भैरव बाबा, भक्तों को कठिनाइयों व ग्रह दोष से मिलेगी मुक्ति

कालाष्टमी पर भैरव बाबा शिव स्वरूप में भक्तों को दर्शन देंगे। भक्त व्रत रखकर उनकी पूजा-अर्चना करेंगे। इससे आरोग्य सुख की प्राप्ति होती है। वहीं अकाल मृत्यु और कठिनाइयों से मुक्ति मिलेगी। ग्रह दोष भी दूर होते हैं। फाल्गुन मास कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि पर कालाष्टमी मनाई जाती है।

ज्योतिषविद विमल जैन के अनुसार फाल्गुन मास के कृष्णपक्ष की अष्टमी तिथि 20 फरवरी को सुबह 9.59 बजे से 21 को दिन में 11.58 बजे तक रहेगी। इस दिन विशाखा नक्षत्र रहेगा। कालाष्टमी 20 को ही मनाई जाएगी। अष्टमी पर भक्त स्नान-ध्यान कर अपने आराध्य देवी-दवता की पूजा करेंगे। बाबा भैरव के व्रत का संकल्प लेंगे। बाबा का श्रृंगार कर धूप-दीप, नैवेद्य, फल आदि अर्पित किया जाएगा। वहीं बाबा का पंचोपचार, दशोपचार और षोडशोपचार पूजन किया जाएगा। बाबा कालभैरव, बटुक भैरव, कपालभैरव आदि अष्टभैरव मंदिरों में पूजन-अर्चन होगा।

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