विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति, उत्तर प्रदेश के आह्वान पर आज प्रदेश के बिजली कर्मचारियों ने शक्ति भवन का घेराव किया और निजीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन किया।
बनारस में भिखारीपुर स्थित हनुमानजी मंदिर पर एक विशाल विरोध प्रदर्शन हुआ जिसमें वक्ताओं ने बिजली के निजीकरण के पीछे भारी भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए प्रदेश के मुख्यमंत्री मा. योगी आदित्यनाथ जी से अपील की है कि वे प्रभावी हस्तक्षेप कर निजीकरण की प्रक्रिया निरस्त कराने की कृपा करें।
इस अवसर पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि निजीकरण की प्रक्रिया में भारी भ्रष्टाचार की आशंका है और इसे रोकने के लिए बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति पूरी तरह से तैयार है। उन्होंने कहा कि ट्रांजेक्शन कंसलटेंट नियुक्त करने की प्रक्रिया में कॉन्फ्लिक्ट ऑफ इंटरेस्ट का प्राविधान हटाने से निजीकरण में भारी घोटाला होने वाला है। पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम की 42 जनपदों की परिसम्पत्तियों का आज तक कोई मूल्यांकन नहीं किया गया है। साथ ही इन दोनों निगमों के रेवेन्यू पोटेंशियल का आंकलन भी नहीं किया गया है। विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति ने मांग की है कि निजीकरण की प्रक्रिया को तत्काल रोका जाए और बिजली कर्मचारियों की मांगों पर विचार किया जाए। इस अवसर पर विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति के पदाधिकारियों ने कहा कि यदि निजीकरण की प्रक्रिया को रोका नहीं गया तो बिजली कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति प्रदेशव्यापी आंदोलन को मजबूत करेगी और निजीकरण के विरोध में जोरदार प्रदर्शन करेगी।
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