रामनगर थाना क्षेत्र के गोलाघाट निवासी मुकेश चौहान की इलाज के दौरान मौत हो गई। बीते 10 मई को पुरानी रंजिश के चलते उसे लाठी और लोहे की रॉड से बेरहमी से पीटकर झाड़ियों में फेंक दिया गया था। घायल अवस्था में उसे पहले मैक्सवेल अस्पताल और फिर बीएचयू ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहां सोमवार सुबह उसकी मौत हो गई। इस खबर के बाद परिजनों में कोहराम मच गया। आक्रोशित परिजनों और क्षेत्रीय लोगों ने रामनगर चौराहे पर चक्काजाम कर दिया और हत्यारों को फांसी देने की मांग को लेकर जमकर नारेबाजी की।मुकेश के भाई सूरज चौहान के मुताबिक, 10 मई की रात मुकेश अपनी मां के लिए दवा लेने निकला था लेकिन सुबह तक घर नहीं लौटा। देर रात खोजबीन के बाद पता चला कि वह गंभीर अवस्था में लाल बहादुर शास्त्री चिकित्सालय में भर्ती है, जहां से उसे बीएचयू ट्रामा सेंटर रेफर कर दिया गया। ट्रामा सेंटर ने भर्ती करने से इनकार किया, जिसके बाद परिजनों ने मैक्सवेल अस्पताल में इलाज कराया, लेकिन वहां इलाज का खर्च ज्यादा होने पर दोबारा ट्रामा सेंटर लाया गया।
जहां आज इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।परिजनों का दावा है कि घायल मुकेश ने बयान दिया था कि उस पर हमला नंदलाल यादव और उनके परिजनों ने किया। यह हमला पुरानी रंजिश के कारण किया गया। घटना के बाद से आरोपी फरार हैं। परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने अब तक कोई गिरफ्तारी नहीं की, जिससे आक्रोश और बढ़ गया।मौके पर पहुंचे थाना प्रभारी राजू सिंह ने बताया कि मृतक के भाई की तहरीर पर पहले ही 15 मई को बीएनएस की धारा 110, 351(2) और 352 में मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। अब मुकेश की मौत के बाद मामले में हत्या की धारा जोड़ी जाएगी। उन्होंने कहा कि पुलिस टीम जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी करेगी और जांच को प्राथमिकता पर लिया गया है।रामनगर चौराहे पर प्रदर्शन कर रहे लोगों का कहना है कि यह हत्या बेहद नृशंस है और इसमें शामिल लोगों को फांसी की सजा दी जाए। लोगों ने चेतावनी दी है कि यदि जल्द गिरफ्तारी नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र किया जाएगा।