बीएचयू में सम्पन्न हुई “पूरब अंग की पारम्परिक रचनाएं” कार्यशाला

काशी हिन्दू विश्वविद्यालय के गायन विभाग, संगीत एवं मंच कला संकाय और इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित तीन दिवसीय कार्यशाला “पूरब अंग की पारम्परिक रचनाएं” का समापन पंडित ओंकारनाथ ठाकुर प्रेक्षागृह में हुआ।मुख्य प्रशिक्षिका सुचरिता गुप्ता का सम्मान किया गया। विद्यार्थियों ने ठुमरी, दादरा, कजरी और झूला की पारंपरिक रचनाओं की सुंदर प्रस्तुतियां दीं।

आयोजन सचिव डॉ. श्यामा कुमारी ने कहा कि कार्यशाला का उद्देश्य पारंपरिक संगीत की विधाओं को विद्यार्थियों तक पहुँचाना था और आगे भी ऐसे आयोजन होते रहेंगे।तबले पर पंडित ललित कुमार और हारमोनियम पर इंद्रदेव चौधरी ने संगत की, जबकि निधि कुमारी, रोमा गुप्ता, जसविंदर सिंह, अनायडा नाइक और प्रदीप कुमार ने सहयोग प्रदान किया।

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