बेसिक शिक्षा विभाग से जुड़े शिक्षक एक बार फिर वेतन संकट की मार झेल रहे हैं। लगातार विलंबित वेतन भुगतान से नाराज़ शिक्षकों में गहरी बेचैनी और असंतोष व्याप्त है। शिक्षकों को उम्मीद थी कि माह का वेतन आज जारी हो जाएगा, लेकिन बजट उपलब्ध न होने की वजह से भुगतान संभव नहीं हो सका। इससे शिक्षकों की आर्थिक स्थिति पर गहरा असर पड़ रहा है।उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ के वरिष्ठ नेता सनत कुमार सिंह ने बताया कि प्रयागराज स्थित वित्त नियंत्रक कार्यालय को लेखा कार्यालय की ओर से पहले ही बजट की मांग भेजी जा चुकी है। इसके बावजूद अब तक बजट जारी न होने के कारण शिक्षक वर्ग वेतन से वंचित हैं।वेतन के अभाव में शिक्षकों के सामने घर-परिवार चलाने से लेकर बैंक लोन और ईएमआई की अदायगी जैसी गंभीर समस्याएँ खड़ी हो गई हैं। कई शिक्षक आर्थिक तंगी के चलते तनाव में जी रहे हैं। वहीं, विभागीय दबाव, नित नए प्रयोग, आदेश और अन्य विभागों द्वारा बेसिक स्कूलों की बार-बार की जाने वाली जांच ने शिक्षकों की मानसिक स्थिति को और अधिक दुरुह बना दिया है।शिक्षक नेताओं का कहना है कि शिक्षा विभाग केवल शिक्षकों पर नए-नए प्रयोगों और योजनाओं का बोझ डाल रहा है, जबकि उनकी बुनियादी ज़रूरत समय से वेतन ही पूरी नहीं हो रही।
लगातार असमय वेतन मिलने से शिक्षकों का मनोबल गिरता जा रहा है और इसका सीधा असर विद्यालयों की शैक्षिक व्यवस्था पर भी पड़ सकता है।संघ ने चेतावनी दी है कि यदि शीघ्र ही बजट उपलब्ध कराकर वेतन भुगतान सुनिश्चित नहीं किया गया, तो अगले सप्ताह से बड़े स्तर पर धरना-प्रदर्शन और आंदोलन शुरू किया जाएगा। इस स्थिति की संपूर्ण जिम्मेदारी बेसिक शिक्षा विभाग और वित्त नियंत्रक कार्यालय की होगी।
