वाराणसी कचहरी के गेट नंबर दो पर उस समय हड़कंप मच गया जब बड़ागांव थाने के दरोगा मिथिलेश प्रजापति (35) को वकीलों ने पीट दिया। दरोगा और एक सिपाही कचहरी आए थे ताकि गो अधिनियम से संबंधित रिमांड पर्चा ले सकें। लेकिन वकीलों के एक समूह ने उन्हें पहचान कर हमला कर दिया। दरोगा गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया, जहाँ उनका इलाज जारी है।घटना की जानकारी मिलते ही भारी पुलिस बल कचहरी चौकी पर तैनात कर दिया गया। डीएम सत्येंद्र कुमार, डीआईजी शिवहरि मीणा, डीसीपी प्रमोद कुमार सहित कई अधिकारी मौके पर पहुंचे और वकीलों से कोर्ट खाली करने को कहा। बताया गया कि बड़ागांव में दो पक्षों का विवाद चल रहा था, जिसमें मारपीट के बाद चालान हुआ था।
घायल वकील का आरोप है कि दरोगा ने ही उसे मारा था, जिससे गुस्साए वकीलों ने दरोगा पर हमला कर दिया।इस घटना के बाद कचहरी परिसर में अफरा-तफरी मच गई और वकीलों का भीड़ छंटने लगी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी है। घटना के दौरान जो लोग बीच-बचाव करने गए उन्हें भी चोट आई है। मामला तूल पकड़ता जा रहा है।