पांचवें राष्ट्रीय औषधि सतर्कता सप्ताह 17-23 सितंबर 2025 के अवसर पर, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय बीएचयू के फार्माकोलॉजी विभाग और प्रतिकूल दवा प्रतिक्रिया निगरानी केंद्र एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर द्वारा एक विशेष जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को दवाओं के संभावित दुष्प्रभावों साइड इफेक्ट्स के प्रति जागरूक करना और मरीज सुरक्षा को बढ़ावा देना था।कार्यक्रम के मुख्य वक्ता अवधेश कुमार यादव, फार्माकोविजिलेंस एसोसिएट पीवीपीआई, ने बताया कि राष्ट्रीय औषधि सतर्कता सप्ताह पूरे देश में आयोजित किया जाता है। उन्होंने लोगों को यह भी बताया कि किसी भी दवा के दुष्प्रभाव को व्यक्ति मोबाइल ऐप, एडीआर रिपोर्टिंग फॉर्म, टोल फ्री नंबर 18001803024 सुबह से शाम 5:30 बजे तक या नजदीकी एडीआर मॉनिटरिंग सेंटर पर रिपोर्ट कर सकता है।अवधेश कुमार ने भारतीय फार्माकोविजिलेंस कार्यक्रम PvPI के बारे में भी जानकारी दी। यह कार्यक्रम केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन CDSCO और भारतीय फार्माकोपिया आयोग IPC के सहयोग से भारत सरकार के स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के अधीन संचालित होता है।
इसका उद्देश्य दवाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रतिकूल दवा प्रतिक्रियाओं की निगरानी करना है।कार्यक्रम में पूर्वांचल के प्रख्यात मनोवैज्ञानिक डॉ. मनोज कुमार तिवारी, एआरटी सेंटर, एसएस हॉस्पिटल, आईएमएस, बीएचयू के फार्मेसी ऑफिसर पवन कुमार, अजय सिंह, संतोष प्रजापति, दिनेश कुमार, शैलेश तिवारी और अनिल यादव ने भी अपने विचार साझा किए। कार्यक्रम का संचालन अवधेश कुमार सिंह ने किया और धन्यवाद ज्ञापन अमोद कुमार ने दिया।इस कार्यक्रम के माध्यम से बीएचयू ने लोगों को दवाओं के सुरक्षित उपयोग और संभावित दुष्प्रभावों की रिपोर्टिंग के प्रति जागरूक करने का प्रयास किया।