भैरव अष्टमी पर्व पर काशी के कोतवाल बाबा काल भैरव मंदिर में श्रद्धा और आस्था का अद्भुत संगम देखने को मिला। इस अवसर पर बाबा का भव्य श्रृंगार कर विशेष पूजन-अर्चन किया गया। मंदिर परिसर और आसपास के क्षेत्र को फूलों, झालरों और रोशनी से आकर्षक रूप से सजाया गया।भक्त बाजे-गाजे की धुन पर झूमते हुए “जय काल भैरव की” उद्घोष करते मंदिर पहुंचे।
भारी भीड़ के बीच श्रद्धालुओं ने बाबा के दर्शन-पूजन कर आशीर्वाद प्राप्त किया। मंदिर परिसर में आयोजित भव्य भंडारे में बड़ी संख्या में भक्तों ने प्रसाद ग्रहण किया।मंदिर के पुजारी सतीश पाण्डेय एवं सुमित उपाध्याय ने बताया कि भैरव अष्टमी का विशेष धार्मिक महत्व है। मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव ने भैरव रूप धारण किया था। इस दिन बाबा काल भैरव की पूजा करने से सभी प्रकार के दुख, संकट और ऊपरी बाधाएं दूर होती हैं तथा जीवन में सुख-समृद्धि आती है।

