काशी हिंदू विश्वविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित तीन दिवसीय काशी शब्दोत्सव का समापन हो गया। साहित्य, कला, गीत–संगीत और विचार-विमर्श से भरपूर इस आयोजन में लगभग 2500 कला-साहित्य प्रेमी, शिक्षक, छात्र-छात्राएं और विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञ शामिल हुए।
समारोह के अंतिम दिन हज़ारों प्रतिभागियों ने भारत की संस्कृति, उसकी वैश्विक भूमिका और परंपरागत मूल्यों पर विचार-विमर्श किया। तीन दिनों के दौरान 10 सत्र आयोजित हुए, जिनमें 20 से अधिक देशों के विद्वान, कला प्रेमी, संत-साहित्यकार, डॉक्टर, आयुर्वेदाचार्य, पर्यावरणविद, राजनीतिक चिंतक और पौराणिक व्यक्तित्वों ने अपने अनुभव साझा किए।गीत-संगीत और सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ कार्यक्रम का भव्य समापन हुआ।
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