राजधानी में आयोजित एक बड़े जनसभा कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी ने भ्रष्टाचार, राष्ट्रीय संसाधनों की लूट और व्यवस्था को कमजोर करने की कोशिशों पर तीखा प्रहार किया। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए कहा कि “देश को भीतर से तोड़ने वाले दुशासन आज भी मौजूद हैं। इन्हें अपनी सीमाओं में घुसने न दें।”योगी ने कहा कि कुछ तत्व ऐसे हैं जो सत्ता या धन की चाह में विदेशों में होटल, द्वीप और महंगी संपत्तियाँ खड़ी कर लेते हैं, और फिर उन्हीं संपत्तियों को ढाल बनाकर देश की अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुँचाने की साज़िश करते हैं।
उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे लोगों का मकसद केवल अपने हितों को सुरक्षित करना होता है, राष्ट्र की नहीं।सभा में मौजूद भारी भीड़ के बीच योगी ने जनता से अपील की कि वे सतर्क रहें और देश की आर्थिक व सामाजिक रीढ़ को कमजोर करने वाले किसी भी प्रयास का विरोध करें। उन्होंने कहा कि सरकार ऐसी गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रही है और “राष्ट्रविरोधी आर्थिक खेल” खेलने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।कार्यक्रम के अंत में उन्होंने युवाओं से देश की सुरक्षा, अर्थव्यवस्था और संस्कृति को मजबूत बनाने में योगदान देने की अपील की। उनका संदेश था— “भारत को तोड़ने की कोशिश करने वाले बहुत आए और आगे भी आएंगे, लेकिन जब जनता जागरूक और दृढ़ संकल्पित हो, तो कोई ताकत देश को झुका नहीं सकती।
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