विश्व संवाद केन्द्र, काशी न्यास द्वारा प्रकाशित विशिष्ट स्मारिका "तीर्थरूप काशी के लोकार्पण कार्यक्रम का आयोजन किया गया इस मौके पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय सह प्रचार प्रमुख नरेन्द्र ठाकुर ने कहा कि तीर्थाटन की मौलिकता, धार्मिक महत्व, आध्यात्मिकता बनी रहनी चाहिए, यह संदेश युवा पीढ़ी में अनिवार्य रूप से पहुंचे। भारत की जो आध्यात्मिकता और जीवन शैली है उस कारण दुनिया हमारी और आशान्वित होकर देखती है। क्या भारत का समाज इसके लिए तैयार है कि वह दुनिया को आध्यात्मिक मार्गदर्शन दे सके। लंका स्थित विश्व संवाद केन्द्र, काशी कार्यालय पर लोकार्पण कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए उन्होंने आगे कहा कि काशी ज्ञान एवं समरसता की भूमि है। भारत में जन्में सभी मतपंथों का स्थान काशी में है। यहां तीर्थ क्षेत्रों में सम्पूर्ण समाज बिना भेदभाव के प्रवेश कर सकता है।
विशिष्ट अतिथि श्रीकाशी विश्वनाथ मन्दिर न्यास के अध्यक्ष प्रो० नागेन्द्र पाण्डेय रहे। कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व संवाद केन्द्र, काशी न्यास के अध्यक्ष प्रो० बिशन किशोर ने की। कार्यक्रम का प्रारम्भ अतिथियों ने भारत माता के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया। मंगलाचरण वेंकट रमन ने किया स्वागत सम्बोधन न्यास के उपाध्यक्ष डॉ. हेमन्त गुप्त एवं अतिथि परिचय स्मारिका के प्रबन्ध सम्पादक नागेन्द्र द्विवेदी ने किया। अन्त में मालविका तिवारी एवं अंजलि गुप्ता के स्वर में राष्ट्रीय गीत वन्देमातरम से कार्यक्रम का समापन किया गया।
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